भरतपुर ।इलाके के डीग इलाके में अवैध खनन के खिलाफ आत्मदाह का प्रयास करने वाले संत विजयदास का दिल्ली में इलाज के दौरान निधन हो गया। आपको बता देंगे संत विजय दास ने आत्मदाह का प्रयास किया था। इस दौरान वे 80 फ़ीसदी झुलस गए थे । जिन्हें गंभीर अवस्था में सरकार के निर्देश पर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर दिल्ली के सफदरगंज स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था । इस दौरान सरकार ने उनके निशुल्क इलाज की पूरी व्यवस्था की थी और उनसे मिलने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित कई नेता अस्पताल में पहुंचे थे । डॉक्टर ने बताया कि संत विजय दास का शुक्रवार रात 3:00 बजे के लगभग इलाज के दौरान निधन हो गया ।अब उनका शव भरतपुर के पसोपा स्थित आश्रम में होगा।
संत बनने से पहले कपड़ा फैक्ट्री में करते थे काम
संत बनने से पूर्व विजय दास कपड़ा फैक्ट्री में काम करते थे उनका नाम मधुसूदन शर्मा था हरियाणा के रहने वाले थे लेकिन एक हादसे में उनके बेटे बहू की मौत के बाद उन्होंने अपनी पोती को गुरुकुल में डाल दिया और खुद साधु बन गए। अब उनका शव बरसाना लाया जाएगा जहां उनकी पोती अंतिम दर्शन करेगी। इसके बाद शव को डीग स्थित पसोपा आश्रम लाया जाएगा जहाँ अंतिम संस्कार किया जाएगा।