सचिन पायलट का धर्य भी लाजवाब
जयपुर । राजस्थान की राजनीति के चाणक्य और सियासत के जादूगर कहे जाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आखिरकार तमाम कयासों और विरोध के बावजूद 126 विधायकों का समर्थन जुटा लिया है ।
गहलोत की रणनीति के चलते कांग्रेस पार्टी से शुरू में नाराज दिख रहे सभी विधायक कांग्रेस की बाड़े बंदी में पहुंच गए हैं। बसपा से आए सभी 6 विधायकों को मुख्यमंत्री खुद अशोक गहलोत बाड़ाबंदी में लेकर पहुंचे। बीटीपी के दोनों विधायकों ने सरकार को समर्थन देने की बात कही। माकपा विधायकों ने भी राज्य के विकास के लिए कांग्रेस का साथ देने का वादा किया। वहीं कांग्रेस पार्टी में ही सरकार के कामकाज ,अफसरों से नाराज चल रहे विधायकों ने भी कॉन्ग्रेस पार्टी को ही वोट देने की बात कही है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के पास वर्तमान में खुद के 108, बीटीपी के दो, माकपा के दो, निर्दलीय तेरह और आरएलडी का एक विधायक सब मिलाकर 126आकड़ा पहुँचता है, जबकि कांग्रेस को तीनों सीट जीतने के लिए 123 वोट ही चाहिए।
कांग्रेस का तीनों सीटें जीतना तय
कांग्रेस का तीनों सीट जीतना तय
आंकड़ों और संख्या बल के आधार पर देखा जाए तो कांग्रेस के राज्यसभा के तीनों उम्मीदवार चुनाव जीत रहे हैं। रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी का चुनाव जीतना तय है। तीनों को चुनाव जीतने के लिए 41-41 वोट की जरूरत है, जबकि कांग्रेस पार्टी के पास 126 विधायकों का समर्थन है।
सचिन पायलट भी जीत को लेकर आश्वस्त
पीसीसी के पूर्व चीफ सचिन पायलट पहले दिन से ही कांग्रेस की तीनों सीट जीतने को लेकर आश्वस्त है ।सचिन पायलट इस समय पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी को लेकर धैर्यवान नजर आ रहे हैं ।उनकी पूरी टीम भी किसी भी तरह की बयानबाजी में नहीं उलझ कर ,सिर्फ चुनाव जीतने को लेकर काम कर रही है । खुद सचिन पायलट कह चुके हम उम्मीद से ज्यादा वोट लेकर आएंगे ।जाहिर सी बात है कि जिस तरह की बातें चल रही थी कि सचिन पायलट गुट के विधायक बगावत कर सकते है, लेकिन पहले दिन से ही सचिन पायलट ने और उनके समर्थकों ने जिस धैर्य का परिचय दिया है, जाहिर सी बात है कि मतदान में भी वे अपने कमिटमेंट पर कायम रहेंगे । इससे सचिन पायलट की छवि और निखरेगी ओर उनका कद बढ़ेगा।