जीजा साले ने मिलकर लूटा सास बहू को
50 लाख के जेवर और नकदी लेकर हो गए थे फरार पुलिस ने 5 बदमाशों को किया गिरफ्तार
सीकर। सीकर के चर्चित दोहरे हत्याकांड मैं 50 लाख के जेवर और नकदी लूटकर ले जाने का पुलिस ने खुलासा कर लिया है पुलिस ने जीजा सालों को गिरफ्तार किया है जीजा साले ने मिलकर ही व्यापारी के घर में लूट की साजिश रची थी लूट के आरोप में पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
श्रीमाधोपुर में सास बहू की हत्या कर की थी लूटपाट
पुलिस के अनुसार श्रीमाधोपुर थाना इलाके के कोटडी सेमलिया गांव में 14 दिसंबर की रात 2 महिलाओं के गले काट कर घर से 50 लाख के जेवर और नकदी लूटने का पुलिस ने 48 घंटे में खुलासा कर दिया । पुलिस ने हत्या के आरोपियों को नीम का थाना सीकर और हरियाणा से गिरफ्तार किया है।
हत्यारे जीजा साले गिरफ्तार
सीकर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि आरोपी नीम का थाना क्षेत्र के डूंगर वाली ढाणी निवासी अभियुक्त जितेंद्र सिंह तवर उर्फ बाबू पुत्र वीरेंद्र सिंह, अमन सिंह सगे भाई है। श्रीमाधोपुर के कोटड़ी गांव निवासी गोपाल सिंह पुत्र माधव सिंह इनका जीजा है। तीनों ने हरियाणा के झज्जर निवासी दो दोस्तों मोहम्मद दुलारे उर्फ राजा सुल्तान और हरि प्रकाश उर्फ चारों पुत्र सतपाल के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
क्या है पूरा मामला
14 दिसंबर की रात को करीब 7:00 बजे श्रीमाधोपुर थानाधिकारी करण सिंह खंगारोत को 2 महिलाओं की हत्या करने का जानकारी मिली। जहां पर सेनेटरी हार्डवेयर व्यापारी पूरण मल कुमावत के घर उनकी पत्नी संतोष देवी माता रामेश्वरी देवी की लाश पड़ी थी। अज्ञात लुटेरों ने उनकी हत्या कर लूटपाट की थी। सूचना पर पुलिस एसपी कुंवर राष्ट्रदीप सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे ।
संदिग्ध को डिटेन करने से हुआ खुलासा एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने मौके के हालात को देखते हुए थानाधिकारी करण सिंह खंगारोत और एसआई सुभाष के नेतृत्व में टीम का गठन किया । संदिग्ध गोपाल सिंह रोड डिटेन कर पूछताछ के बाद हिरासत में लिया। उसके बाद गोपाल सिंह के दोनों सालों जितेंद्र सिंह, अमन और उनके दोस्तों मोहम्मद दुलारे और हरी प्रकाश को नीम का थाना और हरियाणा से गिरफ्तार किया।
शादी में रंग रोगन के दौरान रची साजिश
कोटडी गांव के ही गोपाल सिंह राजपूत पूरणमल को पहले से जानता था, जिनके घर शादी के दौरान करीब 2 महीने रंग लोगों ने काम किया था। डेढ़ साल पहले जितेंद्र सिंह जीजा के पास ही रहता था । वह भी पूरणमल के मकान पर आता जाता था उसी दौरान उन्होंने पूरे मकान की रेकी की और तभी से योजना बना ली, बाद में सब ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
हरमाडा से कार चोरी की और नीमकाथाना से दो तलवार खरीदी
लूट की वारदात के लिए जितेंद्र सिंह व हरि प्रकाश जयपुर आए जहां उनका दोस्त मोहम्मद दुलारे मिल गया और उन्होंने वहां से एक हुंडई कार चोरी की नीम का थाना आकर दो तलवारें खरीदी जिसे धार लगवाई उसके बाद सभी जितेंद्र सिंह के घर चले गए और 14 दिसंबर को इस पूरी वारदात को अंजाम दिया।