जयपुर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की । राज्यपाल ने इस दौरान मुख्यमंत्री से राष्ट्रपति की राजस्थान यात्रा और प्रदेश के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कौशल विश्वविद्यालय अधिनियम में संशोधन किए जाने हेतु भी चर्चा की । राज्यपाल ने मुख्यमंत्री गहलोत को कोटा में कोचिंग संस्थानों में लगातार छात्र छात्राओं की बढ़ रही, आत्महत्या के प्रकाशित समाचार पर चिंता जताते हुए, राज्य सरकार के स्तर पर इस संबंध में प्रभावी कार्य योजना बनाकर कार्य करने की आवश्यकता जताई।
कोचिंग संस्थानों पर नकेल
उन्होंने कोचिंग संस्थानों के प्रभावी नियंत्रण वहां शुल्क का निर्धारण, तनाव व दबाव रहित, शिक्षण व्यवस्था, साप्ताहिक अवकाश, उचित स्वास्थ्य, देखभाल योग एवं खेल के माध्यम से तनाव प्रबंधन जैसे मुद्दों को सम्मिलित करते हुए इस संबंध में शीघ्र कुछ किए जाने के विरोध में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के समक्ष विभिन्न समाचार पत्रों में पेपर लिख के संबंध में प्रकाशित खबरों पर भी गहरी चिंता जताई । उन्होंने कहा कि लोक सेवा के लिए कार्मिकों का चयन पारदर्शी तरीके से किया जाना चाहिए। राज्य सरकार का यह संवैधानिक और नैतिक दायित्व हुई है। उन्होंने सरकार पर इस संबंध में तत्काल उचित कार्य योजना का निर्माण करते हुए उसका कठोरता से अनुपालन करने पर छोड़ दिया । मिश्र ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक होना परीक्षा की तैयारी कर रही लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ छल है ।इससे लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य जुड़ा हुआ है उन्होंने पेपर करने में कोचिंग संस्थानों संगठित अपराधियों और संस्थानों क पदाधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की आवश्यकता जताई । उल्लेखनीय है कि राज्यपाल मिश्र ने मुख्यमंत्री गहलोत को पेपर लीक प्रकरण और कोटा में कोचिंग संस्थानों में छात्र-छात्राओं की बढ़ती आत्महत्या प्रकरण में त्वरित संज्ञान लेकर कार्यवाही करने के लिए अलग से पत्र भी लिखे हैं।