अवनी लेखरा ने पैरालंपिक निशानेबाजी में जीता गोल्ड

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मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर दी बधाई

पैरालंपिक में गोल्ड जीतने वाली चौथी भारतीय एथलीट बनी अवनी

राजस्थान की बेटी ने गोल्ड जीतकर किया नाम रोशन

आर ए एस अधिकारी प्रवीण लेखरा की बेटी है अवनी

टोकियो। निशानेबाज अवनी लेखरा पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है। उन्होंने सोमवार को टोक्यो और पैरालंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 स्पर्धा में पोडियम में शीर्ष स्थान हासिल किया । भारतीय निशानेबाज लेखरा ने पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीतने के लिए 249 पॉइंट 6 के स्कोर के साथ विश्व रिकॉर्ड की बराबरी भी की। वहीं चीन की क्युपिंग झांग ने 248.9 साथ ने रजत और यूक्रेन की इरीना शचेतनिक ने 227.5 के साथ कांस्य पदक जीता। लेखरा पैरालंपिक शूटिंग में भारत का पहला गोल्ड मेडल जीतने वाली महिला बनी और उसमें 2018 में बनाए गए इरीना शचेतनिक के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। इसके साथ ही अवनी लेखरा पैरालंपिक में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी बनी। इससे पहले 1972 में तैराक मुरलीकांत पेटकर, 2004 और 2016 में भाला फेंकने वाले देवेंद्र झाझरिया और 2016 में हाई जंप थांगवेलु मरियप्पन के बाद लेखरा पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली चौथी भारतीय एथलीट बन गई। आपको बता दें कि निशानेबाज SH1 राइफल श्रेणी में हथियारों के साथ बंदूक रखने में सक्षम है। एथलीटों के पैरों में कमजोरी होती है क्योंकि कुछ एथलीट बैठने की स्थिति में प्रतिस्पर्धा करते हैं ,जबकि अन्य खड़े होने की स्थिति में प्रतिस्पर्धा करते हैं।

आपको बता दे कि राजस्थान की रहने वाली अवनी लेखरा राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी प्रवीण लेखरा की सुपुत्री है। उनके स्वर्ण पदक जीतने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर बधाई दी बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की है। लेखरा के शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतने से पूरे देश में खुशी का माहौल है और सभी ने उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी है। लेखरा के मित्रों और परिचितों को जैसे ही इस उपलब्धि की जानकारी मिली लोगों ने उनके घर जाकर बधाइयां दी। लोग उनके राजस्थान लौटने पर भव्य स्वागत करेंगे।

 आपको बता दें कि राजस्थान मुल्की




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