नई दिल्ली । आम बजट से लोगों क्या महंगा हुआ ।क्या सस्ता हुआ यह जानना बड़ा जरूरी है ।लोगों की नजर भी इसी बात पर टिकी होती है।। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के बाद यह तय हो गया कि इस बजट में सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया ।बजट में कुछ प्रोडक्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी बड़ाई- घटाई गई है। ऐसे में कुछ वस्तुएं सस्ती होगी। इनमें मोबाइल फोन चार्जर ,मोबाइल फोन ,कैमरा लेंस ,ट्रांसफार्मर की डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कस्टम ड्यूटी में कंसेशन देने की घोषणा की है । मोबाइल पार्ट के सस्ते होने से मोबाइल भी सस्ते होंगे । ज्वेलरी इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कट और पोलीस डायमंड पर कस्टम ड्यूटी को 5% कर दिया है। वही सिंपल डायमंड पर कोई कस्टम ड्यूटी नहीं लगेगी । महंगे होने वाली चीजों की बात करें तो सरकार ने छाते पर ड्यूटी बढ़ाकर 20% कर दी है। यानी इंपॉर्टेंट छाते अब महंगे हो जाएंगे। जिसका आम आदमी पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है । बजट के अनुसार कपड़े, रत्न , पत्थर और हीरे आर्टिफिशियल ज्वेलरी पेट्रोलियम पदार्थों के उत्पाद आवश्यक पर कस्टम ड्यूटी में कमी करने से थोड़ी राहत मिलेगी। मोबाइल फोन, मोबाइल चार्जर मेंथोल सिस्टम सस्ती की गई है । स्टील स्क्रैप के लिए बढ़ा दी गई है। ऐसी बहुत सारी चीजें हैं जिन पर असर पड़ेगा । दरअसल अब 90 फ़ीसदी चीजों की कीमतें जीएसटी तय करता है । लेकिन विदेश से मंगाई जाने वाली वस्तुओं पर इंपोर्ट ड्यूटी का असर रहता है और इसकी घोषणा बजट में की उम्मीद की जाती है ।इसीलिए पेट्रोल, डीजल, एलपीजी ,सीएनजी ,इंपोर्टेड प्रोडक्ट्स, विदेसी शराब ,चमड़ा सोना ,चांदी इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट, मोबाइल कैमरा, केमिकल ,गाड़ियां जैसी चीजों पर बजट घोषणाओं का असर पड़ता है । जीएसटी ने सामानों को महंगा सस्ता करने की ताकत बजट से छीन लिया 1 जुलाई 2017 से गुड्स एंड सर्विस टैक्स जीएसटी लागू हुआ था जीएसटी में 17 तरह के इनडायरेक्ट टैक्स को समाहित कर लिया गया है। जीएसटी रेट तय करने का अधिकार जीएसटी काउंसिल के पास चला गया है। इससे क्या सस्ता क्या महंगा होगा वाली सुर्खियां बजट से लगभग गायब हो गई है ।क्योंकि महंगा और सस्ता करना बजट में तय नहीं होता जीएसटी काउंसिल तय करती है।