नाबालिग बच्ची हुई सामूहिक रेप का शिकार,
आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देकर कराया चूप, गर्भवती होने के 6 बाद हुआ मामले का खुलासा
जोधपुर। जिले के बालेसर क्षेत्र की 12 साल की बालिका ने जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया है। प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा एकदम स्वस्थ है। इसकी जानकारी मिलते ही बाल सरंक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल अस्पताल पहुंची। यहां बेनीवाल ने पीड़िता और उसके माता-पिता से मुलाकात की। साथ ही डॉक्टरों से उनके इलाज की पूरी व्यवस्था करने को कहा। बाल सरंक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि पीड़िता के माता-पिता से बात कर घटना की जानकारी ली है। उनके अनुसार इस घटना की जानकारी देरी से मिली। सामूहिक दुष्कर्म की विचलिच करने वाली घटना में तीन लोग शामिल रहे हैं। इसमें से दो आरोपी नाबालिग हैं। इसके बाद पीड़िता ने घर पर डांट और मारपीट के डर से किसी को घटना की जानकारी नहीं दी। मामले का खुलासा तब हुआ जब बच्ची के पेट में पल रहे बच्चे के कारण पेट दर्द हुआ। इस पर जब परिजनों ने डॅाक्टरों से जांच कराई तब डॅाक्टरों ने बताया तो लड़की के मां- पिता के होश उड़ गए। घर वालों ने जब बच्ची से इस बारे में पता किया तब इस बात का खुलासा हुआ। इसके बाद उन्होंने बच्ची का गर्भपात कराने की भी सोची। लेकिन समय ज्यादा होने से गर्भपात भी नहीं हो सकता था । ऐसे में मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस फिलहाल इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रही है। पुलिस कह रही है जांच जारी है। संगीता बेनीवाल ने बताया कि पुलिस ने दो संदिग्ध आरोपियों से पूछताछ की है और अन्य की तलाश जारी है। बता दें कि यह घटना पीड़िता के स्कूल से घर लौटते समय हुई थी। इसमें तीनों आरोपी उसे जीप में जबरन बिठाकर सुनसान जगह ले गए थे। बाल संरक्षण आयोग ही बच्ची का संरक्षण कर रहा है। आयोग ने ही बच्ची के माता- पिता को इसके लिए तैयार किया है। लेकिन ये पूरा मामला 12 साल की नाबालिग और उसके माता- पिता और परिजनों के लिए पूरे जीवनभर का कलंक दे गया। बच्ची भी कभी खुद को तो कभी बच्चे को देखती है।