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सिंधी सम्मेलन का आयोजन, समाज को संगठित और सामर्थ्यवान बनाने की प्रार्थना

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लोक टुडे न्यूज़ नेटवर्क

भीलवाड़ा।(मूलचंद पेसवानी) सिंधी समाज के अग्रणी सेवा प्रकल्प झूलेलाल नवयुवक सेवा संस्थान द्वारा रविवार को भीलवाड़ा के झूलेलाल मंदिर में सिंधी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समाज के लोगों को एक मंच पर लाकर संगठित करना और सामूहिक रूप से समाज की उन्नति के लिए प्रार्थना करना था।
सिंधी समाज के मीडिया प्रमुख मूलचंद बहरवानी ने बताया कि सम्मेलन की शुरुआत आपसी मेलजोल और भाईचारे से हुई, जहां सभी समाजजन गले मिले और एक-दूसरे को जय झूलेलाल बेड़ा ही पार कहकर इस विराट आयोजन की बधाई दी। इस कार्यक्रम ने समाज के लोगों में एकता की भावना को और प्रबल किया।
वरिष्ठ समाजसेवी हेमनदास भोजवानी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए सम्मेलन के उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि सिंधी समाज को संगठित कर उसकी समृद्धि और विकास के लिए इस तरह के आयोजनों का होना अत्यंत आवश्यक है। भोजवानी ने सम्मेलन में उपस्थित सभी समाजजनों का स्वागत किया और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
नई कार्यसमिति का गठन—-
कार्यक्रम के दौरान समाज के सभी सदस्यों ने भगवान झूलेलाल के समक्ष प्रार्थना कर समाज की उन्नति और सामर्थ्य की प्रार्थना की। इसके बाद संस्थान की कार्यसमिति का विस्तार किया गया और तुलसीदास निहालानी को संस्थान का नए शेवाधारी अध्यक्ष तथा युवा समाजसेवी कमलकुमार वैशनानी को महामंत्री मनोनीत किया गया। इस अवसर पर समाजजनों ने माल्यार्पण कर नए पदाधिकारियों का स्वागत किया और उनके मनोनयन पर बधाइयां दीं।
धार्मिक अनुष्ठान और सामूहिक भोज—–
सम्मेलन की शुरुआत पंडित दशरथ मेहता, महाराज सतीश शर्मा और बाबूलाल शर्मा द्वारा सभी समाजजनों को तिलक और मांगलिक सूत्र बांधकर की गई, जिससे कार्यक्रम का धार्मिक महत्व और बढ़ गया। इसके साथ ही, समाज के सैकड़ों स्त्री-पुरुषों ने इस अवसर पर आयोजित सामूहिक भोज का आनंद लिया।
सम्मेलन में समाज के प्रतिष्ठित लोगों की उपस्थिति
कार्यक्रम में सिंधी समाज के प्रतिष्ठित व्यापारियों, मीडियाकर्मियों, और समाजसेवियों की उपस्थिति रही। प्रमुख व्यक्तियों में संतूमल खोतानी, खेमचंद कांजानी, वासुदेव मोतियानी, आसनदास लिमानी, कृपालदास लखवानी, घनश्याम मोतियानी, हर्षिता दौलत बहरवानी, आसनदास लिमानी, अम्बालाल नानकानी, रामचंद्र खोतानी, इल्लु भोजवानी, मंघाराम भगत, सुरेश भोजवानी, भगवान उत्तमचंदानी, परसराम खोतानी, किशोर राजवानी, टेऊंराम भगत, हरीश मानवानी, गुलशनकुमार विधानी, जानकी एमडीराम आसनानी, भगवानदास लछवानी, हीरा लाल गुरनानी, राजकुमार तहिल्यानी, रेखा हरीश लखवानी, चांदनी मनोज भोजवानी, विजय निहालानी, रश्मि हेमनानी, राजू छतवानी, उद्धवदास भगत, सिमरन रमेश पमनानी, मंगलदास देवनानी, राजू रामचंदानी, कविश बहरवानी, हरीश राजवानी, सुरेश पेश्वानी, ओम प्रकाश बाबानी, दीपक पंजवानी, चंदन खोतानी, निर्मला भोजवानी, रामचंद्र जेठानी, महेश नावानी, हेमंत झुरानी, कमल कुमार, रवीना भोजवानी, ललित लखवानी, ओम गुलाबानी, नाका रामसिंघानी और अन्य प्रमुख समाजजन उपस्थित रहे।

सामाजिक संगठन के प्रति जागरूकता—–
इस कार्यक्रम ने समाज के लोगों को सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक किया और समाज में एकजुटता और सामूहिकता के महत्व को समझाया। संस्थान के कमल हेमनानी ने इस अवसर पर कहा कि ऐसे आयोजन समाज में भाईचारे और एकता को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हैं। समाज की उन्नति और एकजुटता के लिए सभी को मिलकर कार्य करना चाहिए।

सम्मेलन का समापन और आभार व्यक्त——
कार्यक्रम के अंत में सुरेश भोजवानी ने सभी उपस्थित समाजजनों का धन्यवाद किया और उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन समाज में आपसी भाईचारे और प्रेम को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। भोजवानी ने इस सफल आयोजन के लिए सभी का आभार प्रकट किया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर जोर दिया।

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