राजस्थान की राजनीति में सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए कुछ राजनेता कर रहे है अमर्यादित कृत्यः- रामलाल शर्मा

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भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने राजस्थान की राजनीति को शर्मसार करने वाले नेताओं के कृत्यों की निंदा की

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर,।(आर एन सांवरिया) भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया बाइट के दौरान राजनेताओं द्वारा कार्यपालिका को लेकर दिए जा रहे बयान की निंदा की और इसे अमर्यादित बताते हुए सस्ती लोकप्रियता हासिल करने तथा समाज में अराजकता का माहौल बनाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ नेताओं के बयान और उनके कृत्यों ने राजस्थान की राजनीति को शर्मसार करने का कार्य किया, यह सहन नहीं होगा, प्रदेश की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि आजादी के समय भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था लागू की गई। इसमें व्यवस्थापिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका बनाई गई लेकिन आज प्रदेश की राजनीति में कुछ राजनेता ऐसा कृत्य कर रहे है जो कानून सम्मत नहीं है, व्यवहारिक नहीं है, नीतिगत नहीं है, नैतिकता के अनुरूप नहीं है और यहां तक की मानवता के अनुरूप भी नहीं है। राजनीति में जनता के मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना, जनता के मुद्दों के लिए संघर्ष करना नितांत आवश्यक हैै ,लेकिन राजनीति मुद्दों के आधार पर अपनी सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करना उचित नहीं है। राजस्थान की राजनीति में विगत दिनों में चार घटनाएं ऐसी घटित हुई जो प्रदेश की राजनीति को शर्मसार करती है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि कार्यपालिका के किसी व्यक्ति को सार्वजनिक स्थानों पर लज्जित करना या उसके कार्य में बाधा डालना, बर्दाश्त नहीं होगा। बाडमेर के एक जनप्रतिनिधि ने सार्वजनिक मुद्दों में कानून हाथ में लेते हुए कार्य में बाधा डाली और उसकी रील बनाते हुए उसको सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए अधिकारियों का मनोबल डाउन करने का कृत्य किया। वहीं नागौर के एक नेता द्वारा यह कहना कि उसने एक ही मारा, मैं तो तीन चार थप्पड़ मारता, यह बयान राजस्थान की राजनीति के अनुचित है। इस प्रकार किसी राजनेता को व्यक्तिगत हमले करने का अधिकार कोई नहीं देता। तीसरी घटना देवली उनियारा में हुई जहां एक प्रशासनिक अधिकारी पर हमला करना और उसकी रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई। इनकी इस घटना ने समाज के युवाओं को भावना में बहकाकर भड़काने का काम किया और आज समाज का युवा सड़कों पर उतर कर कानून का उल्लंघन कर रहा है। नेता को युवाओं के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए कि कानून ने नियमानुसार कार्रवाई की तो उनके साथ क्या होगा। वहीं एक राष्ट्रीय राजनीति से जुड़े हुए राजनेता ने कहा कि जूते की नोंक पर कार्य करवाया जाएगा। इन नेताओं ने इस तरह के बयान जारी कर समाज में वैमनस्यता, द्वेषता पैदा करने के साथ लोगों को गुमराह करके मुद्दे से भड़काने का कार्य किया है।

भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान की राजनीति पाक साफ रही है, एक शुचिता की राजनीति रही है। यहां के राजनेताओं ने मुद्दों के आधार पर, विचारधारा के आधार पर और सिद्धान्तों के आधार पर मुखर होकर राजनीति की है, लेकिन कभी भी किसी पर भी व्यक्तिगत लांछन लगाने का कार्य नहीं किया। आज दुर्भाग्यपूर्ण इस बात का है कि कुछ नेता अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए, अपने को बड़ा बनाने के लिए दूसरों पर इस तरह की टीका टिप्पणी कर रहे है, यह शोभनीय नहीं है। मेरा राजनेताओं से निवेदन है कि कृपा कर आप अपने शब्दों को मर्यादा में रहकर कहे, मर्यादा से बाहर जाकर बोले गए शब्द समाज में स्वीकार्य नहीं होंगे। कानून के दायरे के अंदर सबको जीने का अधिकार है, सबको अपनी बात करने का अधिकार है,विचारो की अभिव्यक्ति करने का अधिकार है, लेकिन विचारों की अभिव्यक्ति सिर्फ सनसनी फैलाने के लिए की गई हो तो यह उचित नहीं है। इन नेताओं ने प्रदेश की राजनीति में आपसी सौहार्द, भाईचारा बिगाड़ने का प्रयास किया है।

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