OBB बिल, ट्रम्प की जीत और मस्क की हार: क्या अब एलन मस्क पलटवार करेंगे?

0
344
- Advertisement -

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

हेमराज तिवारी वरिष्ठ पत्रकार

OBB बिल,  वैश्विक टेक-सत्ता बनाम राजनीतिक राष्ट्रवाद

जैसे-जैसे अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनावों की गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे टेक्नोलॉजी और राजनीति के बीच संघर्ष भी खुलकर सामने आ रहा है। हाल ही में पास हुआ “OBB बिल” (Online Behavior and Bias Bill) न केवल सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की स्वतंत्रता को चुनौती देता है, बल्कि इसकी आड़ में एक वैश्विक शक्तिशाली व्यक्ति – एलन मस्क की हार और डोनाल्ड ट्रम्प की वैचारिक जीत को भी उजागर करता है।

लेकिन असली सवाल यह है:
क्या मस्क अब पलटवार करेंगे? या वह टेक साम्राज्य की सीमाओं को फिर से परिभाषित करेंगे?
OBB बिल क्या है?
यह बिल अमेरिकी कांग्रेस में बहुमत से पास हुआ है। इसके तहत:
सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को यह खुलासा करना होगा कि उनके एल्गोरिद्म किस आधार पर किसी कंटेंट को प्रमोट या दबाते हैं।

“राजनीतिक पूर्वाग्रह” (Political Bias) और “Shadow Banning” जैसे प्रथाओं को गैरकानूनी माना गया है।

Open Source एल्गोरिद्म और सरकार द्वारा निगरानी का अधिकार भी प्रस्तावित है।

बिल के पीछे की मंशा:
बिल ट्रम्प खेमे द्वारा लंबे समय से उठाए जा रहे उस आरोप का जवाब है कि बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म — विशेषकर X (पूर्व Twitter), Facebook, YouTube, और Threads — राइट विंग और कंजरवेटिव विचारों को सेंसर करते हैं।

मस्क बनाम ट्रम्प: टकराव का मनोविज्ञान

एलन मस्क ने Twitter (अब X) खरीदकर जो सबसे बड़ा दावा किया था, वह था: “Absolute Free Speech”
लेकिन समय के साथ उन्होंने भी पोस्ट मॉडरेशन, Shadow Ban और अकाउंट सस्पेंशन जैसे नियम लागू किए।

ट्रम्प समर्थकों ने मस्क पर आरोप लगाया कि उन्होंने भी बाकी बिग टेक की तरह स्वतंत्र विचारों को दबाया।

अब OBB बिल पास होकर मस्क के ऊपर ही कानूनी और राजनीतिक दबाव का औज़ार बन गया है।

यह विडंबना नहीं तो क्या है?
क्या यह केवल कानून है या सत्ता संतुलन का इशारा?

यह बिल उन लोगों की जीत है जो “टेक कंपनियों की सत्ता” को लोकतंत्र के लिए ख़तरा मानते हैं।

एलन मस्क जैसे अरबपति जिन्हें इंटरनेट का “गॉडफादर” समझा जाता था — अब अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था के खिलाफ खड़े नज़र आ रहे हैं।

ट्रम्प की वापसी संभावित है और मस्क का झुकाव स्पष्ट रूप से राजनीतिक स्वतंत्रता की बजाय व्यावसायिक तटस्थता की ओर रहा है — और यही आज उन्हें ट्रम्प के गढ़ में अजनबी बना रहा है।

क्या मस्क पलटवार करेंगे? पाँच संभावित रास्ते:

रणनीति विश्लेषण

1. तकनीकी असहमति X का एल्गोरिद्म और नीतियाँ इस बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती हैं।
2. एक्सिट थ्रेट मस्क X को अमेरिकी कानून से बाहर रजिस्टर करने का नाटक कर सकते हैं — जैसे उन्होंने Twitter HQ को टेक्सास शिफ्ट किया।
3. वैश्विक समर्थन जुटाना EU, भारत, ब्राजील जैसे देशों में मुक्त डिजिटल अधिकारों की मांग को हवा देना
4. ट्रम्प से अप्रत्याशित गठबंधन दोनों को “Deep State” का दुश्मन मानने वाले लोग अभी भी मस्क से ट्रम्प की डील की उम्मीद लगाए हुए हैं।
5. AI & xAI का प्रयोग मस्क अब X से ज़्यादा xAI (Grok AI) और Neuralink जैसे प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ा सकते हैं ताकि राजनीतिक सेंसरशिप के विकल्प खड़े हों।

बड़ी तस्वीर: एक अरबपति की लोकतंत्र से हार?

यह बिल एक और संकेत है कि डिजिटल स्वतंत्रता अब एकांत नहीं रही — वह राजनीतिक विमर्श का हिस्सा बन चुकी है।

मस्क, जिन्होंने 2022 में Twitter को खरीदा और उसे स्वतंत्र अभिव्यक्ति का मंच बनाने का वादा किया, वे अब अभिव्यक्ति की वैधानिक सीमाओं में जकड़े हुए हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प, जिन्हें ट्विटर से बैन किया गया था, अब उस सिस्टम के कानून को बदलने में सफल हो गए हैं — एक प्रकार का राजनीतिक पुनर्जन्म।

टकराव अब “Tech बनाम Nation” का है
“जब सत्ता राजनीति से नहीं, बल्कि एल्गोरिद्म से नियंत्रित होने लगे,
तो लोकतंत्र नए हथियार खोजता है – और इस बार वो हथियार OBB बिल बन गया।”
मस्क ने इंटरनेट को मुक्त करने का स्वप्न देखा,
ट्रम्प ने उसे राष्ट्रवाद की चौखट में बाँध दिया।
अब सवाल है — अगली क्रांति कौन लाएगा?

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here