लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर, राजस्थान। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राजस्थानी सम्मेलनों में प्रवासी राजस्थानियों से मिलकर अपनी गहरी छाप छोड़ी और वह महाराष्ट्र में भी छा गये।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों के बड़े बड़े नेताओं ने चुनाव प्रचार किया और जिस तरह शर्मा ने अपने तीन दिन के चुनावी दौरे में जनसभाएं की और राजस्थानी सम्मेलनों में जिस आत्मीयता से राजस्थानी प्रवासियों से मिले, इससे प्रवासी राजस्थानियों में मुख्यमंत्री के प्रति भारी उत्साह नजर आया। प्रवासियों ने भी उनका जोरदार स्वागत एवं अभिनंदन किया और उनके स्वागत के लिए लोग उमड़ पड़े। महिलाएं, युवा और बच्चे शर्मा के साथ सेल्फी लेने को आतुर दिखे। इससे स्पष्ट हो गया कि भजनलाल महाराष्ट्र में भी छा गये।
शर्मा के प्रति राजस्थानी प्रवासियों में इतना उत्साह देखने को मिला कि जलगांव में आयोजित सम्मेलन में राजस्थानी समाज ने मुख्यमंत्री के सम्मान में हर वर्ष 17 नवम्बर को राजस्थानी सम्मेलन के आयोजन की घोषणा कर दी।
शर्मा ने महाराष्ट्र का अपना चुनावी दौरा गत 15 नवंबर को पुणे से शुरु किया और इस दौरान उन्होंने पुणे के भोसरी में महायुति प्रत्याशी महेश किसनराव के समर्थन में आयोजित राजस्थानी समाज सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने अपने दौरे के दूसरे दिन 16 नवम्बर को मुंबई के मलाड पश्चिम में और रविवार को जलगांव में प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने रविवार को नागपुर में विभिन्न स्थानों पर विधानसभा चुनाव में नागपुर एवं विदर्भ के समस्त महायुति गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित प्रवासी राजस्थानी सम्मेलनों को संबोधित किया। इसके बाद वह सोमवार को जयपुर लौट आये।
शर्मा ने अपने महाराष्ट्र दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का पूरी दुनिया में जो डंका बज रहा है वहीं देश में इस दौरान आये परिवर्तन और राजस्थान में मात्र पिछले ग्यारह महीने में ही जनता से किए गए 50 प्रतिशत वायदों को पूरा करने सहित केन्द्र और राजस्थान सरकार की उपलब्धियों को लोगों के सामने रखकर खूब वाहीवाही लूटी। इस दौरान राजस्थानियों ने उनकी की प्रशंसा की और उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उनसे मिलने की होड़ लग गई।
इस अवसर पर शर्मा ने प्रवासी राजस्थानियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थानियों ने अपनी कर्मठता के से राजस्थान की मिट्टी की खुशबू पूरे विश्व में फैलाई है। सामाजिक सरोकार के काम में राजस्थानी सबसे आगे रहते हैं और मारवाड़ियों ने अपने कर्म से ही हर क्षेत्र में अपनी साख बनाई है। मुख्यमंत्री ने प्रवासी राजस्थानियों को आगामी नौ से ग्यारह दिसंबर तक राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश सम्मेलन’ के लिए आमंत्रित किया और कहा कि वे राजस्थान में निवेश करके अपना कारोबार बढ़ाएंगे तो उनका जुड़ाव और गहरा हो जाएगा।
शर्मा ने अपने महाराष्ट्र दौरे के दौरान कांग्रेस एवं उसके सहयोगी राजनीतिक दलों पर तीखा हमला करते हुए उनके गठबंधन को ठगबंधन करार दिया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह चुनाव आते ही झूठ और लूट की दुकान खोल देती है। उन्हें न तो राज्य और राष्ट्र से प्रेम है और न ही जनता के हितों से कोई सरोकार। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कांग्रेस की झूठ और लूट की दुकान बंद हो गई है। जनता जानती है कि विकास केवल मोदी के नेतृत्व में ही संभव है। लोगों में भाजपा के प्रति अति उत्साह और उमंग है और महाराष्ट्र में प्रचंड बहुमत के साथ महायुति की सरकार बनेगी।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रवासी राजस्थानियों का महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और समाज को समृद्ध बनाने के लिए एकजुट होकर महायुति को वोट देने का आह्वान करते हुए कहा कि जनता के समर्थन से डबल इंजन की सरकार महाराष्ट्र के सपनों को साकार कर पायेगी।
इस दौरान शर्मा को गोरेगांव स्पोर्टस क्लब का मानद सदस्य बनाकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन, सांसद राजेन्द्र गहलोत सहित कई नेता भी मौजूद रहे।
शर्मा ने कहा कि मोदी ने वर्ष 2014 में किए सभी वायदे 2019 तक पूरे किए और उनके 2019 के वादे भी वर्ष 2023 तक पूरे हो चुके हैं। इसी प्रकार राजस्थान में भी भाजपा सरकार ने 11 महीने में ही अपने संकल्प पत्र के 50 प्रतिशत से अधिक वायदे पूरे कर दिए हैं।
उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन सरकार अपने सभी वायदे पूरे करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भी वर्ष 2014 के बाद राष्ट्रवाद की विचारधारा को बल मिला है और देश में आमूलचूल परिवर्तन आया है। वर्षों से अटके मुद्दों का समाधान हुआ और हमने हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने अपनी कार्यशैली की मिसाल पेश करके देश की अन्य पार्टियों और राजनेताओं को बदलने पर मजबूर कर दिया है। उनका मानना है कि विरासत का संरक्षण करते हुए विकास होना चाहिए।