लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
— बड़ी पुत्री हर्षिता ने दी चिता को मुखाग्नि, शहीद के सम्मान में ग्रामीणों ने लगाए नारे
— छोटी बेटी युगांतिका बोली – मैं भी जाऊंगी देश की रक्षा करने, पापा का सपना करूंगी साकार
— नेवी कमांडो महेंद्र सिंह शेखावत मुंबई में हुए थे शहीद
— शहीद की शवयात्रा पर पूरे रास्ते की गई पुष्पवर्षा
किशनगढ रेनवाल। (नवीन कुमावत) मुंबई में नेवी में मार्कोस पेटी आफिसर के पद पर कार्यरत 34 वर्षीय महेंद्र सिंह शेखावत पुत्र विजय सिंह शेखावत के ड्यूटी के दौरान एक दुर्घटना में शहीद होने के बाद शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव लुनियावास पहुंचा। यहां स्टेंड से अंतिम संस्कार स्थल तक पूरे रास्ते में हजारों की संख्या में ग्रामीणों का हुजूम शवयात्रा में शामिल हुआ। पूरे रास्ते में पुष्पवर्ष के साथ ही शाहिद के सम्मान में नारे लगाए गए। वहीं भारत माता की जय और वंदेमातरम के उद्घोष से आसमां गुंजायमान हो गया।
अंतिम संस्कार स्थल पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद की बड़ी बेटी हर्षिता ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इससे पहले शुक्रवार सुबह 10 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर शहीद महेंद्र सिंह की पार्थिव देह पहुंची, जहां से शहीद की पार्थिव देह को आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां से आर्मी के जवानों ने शहीद को सलामी दी एवं सैन्य अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद की पार्थिव देह को सडक मार्ग से चौंमू ईटावा होकर शहीद के पैतृक गांव जूनसिया लाया गया। जहां स्थानीय प्रशासन, जयपुर ग्रामीण पुलिस के अधिकारीगण मौजूद रहे।
इस दौरान शहीद के पैतृक गांव में शहीद की पार्थिव देह की अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमें हजारों की तादाद में लोगों ने शहीद की शहादत को सलाम किया। शहीद की अंतिम यात्रा में शहीद महेंद्र सिंह अमर रहे के जयघोष नारे लगाए गए।
शहीद की अंतिम यात्रा पर पूरे रास्ते में पुष्प वर्षा की गई। शहीद के अंतिम संस्कार में शहीद की 5 साल की मासूम बेटी युगांतिका बोली – बड़ी होकर मैं भी मेजर अधिकारी बन कर पापा का सपना साकार करुँगी। शहीद की अंतिम यात्रा में जयपुर जिला प्रमुख रमा चोपड़ा, पूर्व विधायक निर्मल कुमावत, लोकसभा कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा, श्रवण सिंह बगड़ी, स्थानीय सरपंच पूजा बुटालिया, एसडीएम सुनीता मीणा, तहसीलदार कोमल यादव, राजपूत समाज अध्यक्ष रामसिंह राजावत, जोबनेर डिप्टी प्रियंका वैष्णव सहित कई अन्य जनप्रतिनिधियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। वही पुलिस व सैन्य टूकडी द्वारा सैन्य सम्मान के साथ शहीद को गार्ड ऑफ आर्नर दिया गया।