लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान की 7 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनावों के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने दौसा सीट से पहली बार पूर्व प्रशासनिक अधिकारी जगमोहन मीणा को टिकट दिया है। जगमोहन मीणा आपदा प्रबंधन मंत्री डॅा. किरोड़ी लाल मीणा के छोटे भाई भी है। झुंझुनूं से राजेंद्र भांभू, रामगढ़ से सुखवंत सिंह, देवली उनियारा से राजेंद्र गुर्जर, खिंवसर से रेवत राम डांगा, ,सलुंबर से शांता देवी मीना को उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी ने दौसा सीट पर नया चेहरा मैदान में उतारा है। देवली – उनियारा से पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर को एक बार फिर से मौका दिया है। रामगढ़ से सुखवंत सिंह, झुंझुनू से राजेंद्र भांभू नए चेहरे हैं। सलुंबर से पूर्व विधायक स्वर्गीय अमृत लाल मीना की पत्नी शांता देवी को उम्मीदवार बनाया है। खिंवसर से पूर्व में प्रत्याशी रह चुके रेवंत राम डांगा को मैदान में उतारा है। अब कांग्रेस के उम्मीदवारों के बारे में निर्णय करेगी।
कांग्रेस को आएंगे पसीने
भारतीय जनता पार्टी ने उपचुनाव में सातों सीटों पर उम्मीदवार उतार कर तस्वीर साफ कर दी है। लेकिन जिस तरह से टिकटों का बंटवारा किया गया है जाहिर सी बात है कि कांग्रेस के लिए रहा आसान नहीं होगी दूसरा में जगमोहन मीणा दमदार प्रत्याशी के रूप में देखे जा रहे हैं यहां पर भाजपा के परंपरागत वोटो के साथ-साथ एससी- एसटी कॉन्बिनेशन बैठने की उम्मीद की जा रही है लगातार डॉक्टर किरदार मीना सभी वर्गों के लिए काम करते रहे हैं । दौसा उनकी कर्मस्थली रही है ऐसी स्थिति में यह समय दौसा की जनता का डॉक्टर किरोडी लाल मीणा के प्रति अपनी वफादारी निभाने का भी रहेगा। असली तस्वीर कांग्रेस के उम्मीदवार का नाम से होने के बाद साफ होगी फिलहाल दोसा के लोग जगमोहन मीणा को टिकट मिलने से खुश है और वह बधाई दे रहे हैं।
रेवंत राम दंगा खिमसर में मजबूत उम्मीदवार है और वह ज्योति मृदा से कहीं ज्यादा दमदार उम्मीदवार साबित होंगे पिछले चुनाव में भी उन्होंने हनुमान बेनीवाल को पसीना ला दिए थे इस बार हनुमान बेनीवाल जिस तरह की बयान बाजी कर रहे हैं रेवत राम दंगा को यहां पर स्थानीय लोगों का समर्थन मिल सकता है यदि हनुमान बेनीवाल को यहां चुनाव जीतना है तो कांग्रेस से गठबंधन करना ही होगा वरना तो भारतीय जनता पार्टी इस बार काफी मजबूत स्थिति में नजर आ रही है।
देवली उनियारा में भी भारतीय जनता पार्टी में पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है राजेंद्र गुर्जर स्थानीय व्यक्ति है गुर्जर समाज से हैं और पूर्व में विधायक रह चुके हैं अब कांग्रेस को नए सिरे से रणनीति बनानी होगी कांग्रेस यदि किसी मीणा चेहरे को उम्मीदवार बनाती है तो टक्कर कांटे की होगी यदि किसी गुर्जर को बनती है तो फिर राजेंद्र गुर्जर काफी भारी पड़ेंगे। रामगढ़ सीट पर कांग्रेस पार्टी की टिकट के बाद के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी यदि जुबेर खान की पत्नी उम्मीदवार होती है तो फिर जुबेर खान की पत्नी साफिया का पालदा काफी भारी रहेगा। भाजपा ने कांग्रेस से पहले टिकट जारी कर पहली बाजी मार ली है।