लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
करौली से नवीन शर्मा
हिंडौन सिटी। हिंडौन सिटी में वर्षों पुराना पार्क कर्मचारियों की देखने के अभाव में दम तोड़ता नजर आ रहा है पार्क में जगह-जगह भरा हुआ है गंदा पानी, पेड़ पौधों को खत्म कर रहा है । जगह-जगह से खुद पड़ा है कई स्थानों पर फुटबॉल टूटी पड़ी है कचरे के ढेर लगे हैं लेकिन कोई देखने वाला नहीं है सारे लोगों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय पार्क पर्यावरण एवं योग समिति द्वारा कई बार प्रशासन को इस बारे में अवगत कराया जा चुका है लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं होती। पार्क की बदहाली के चलते यहां बच्चों का खेलना हुआ बंद, महिलाओं, पुरुषों का सुबह-शाम का भ्रमण बंद हो चुका है। पार्क लगभग 40 वर्ष पुराना है पुस्तकालय, देख-रेख के अभाव में खो रहा है अपना अस्तित्व।राष्ट्रीय पार्क में चौकीदार व सफाई कर्मचारी को मिल रही है तनख्वाह लेकिन काम के नाम कागज़ी लीपापोती। की बात बढ़ाने के आंसू पी रहा है और लोग बदहाल होते पार्क को देखकर विरोध जाता रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।