लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
विजय कपूर की रिपोर्ट
बीकानेर । संभाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर महाविद्यालय में बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की 134 जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई, कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ राजेंद्र पुरोहित ने सर्वप्रथम बाबा साहेब के चित्र पर पुष्प अर्पित कर सभा को संबोधित किया। प्राचार्य बताया कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर विश्व के सबसे बड़े संविधान के शिल्पकार थे। उन्होंने अथाह मेहनत के साथ भारतीय संविधान का निर्माण किया जो आज मानव मात्र के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । प्रोफेसर पुरोहित ने आगामी दिनों में महाविद्यालय में बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर पर संगोष्ठी और अन्य कार्यक्रम आयोजित करने पर बल दिया। कार्यक्रम में ही प्रोफेसर गोविंद बारूपाल ने अपने व्यक्तवय में बताया कि भीमराव अंबेडकर एक जाति विशेष के नए होकर संपूर्ण मानव मात्र के लिए प्रेरणा की स्रोत है । हम सबको उनके आदर्शों पर चलना चाहिए। भीमराव अंबेडकर ने हमेशा मानववादी विचारों के साथ मानव मात्र के कल्याण के लिए कार्य किया । उन्होंने बताया कि भीमराव अंबेडकर का दर्शन मानवी मूल्य का स्रोत है जो न केवल एक जाति विशेष के लिए हैं वरन संपूर्ण मनुष्य के लिए है ।बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने ने समाज की सबसे महत्वपूर्ण धूरी महिला सशक्तिकरण पर बल दिया। भीमराव अंबेडकर का दर्शन मानव मात्र के लिए प्रेरणा का स्रोत है अतः हम सब लोगों को उनके आदर्शों पर चलना चाहिए और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए । कार्यक्रम में डॉक्टर हेमेंद्र सिंह भंडारी, शिवदत्त व्यास, डॉक्टर सुशील यादव, डॉक्टर संदीप यादव, डॉ राजाराम, डॉक्टर रवि परिहार, डॉ सुरेश वर्मा हंसराज देवड़ा एवं डॉ सत्यनारायण जाटोलिया उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन डॉ सत्यनारायण जाटोलिया ने किया।