भाविप करेगी भीलवाड़ा, शाहपुरा व राजसमन्द जिले को करेगी दिव्यांग मुक्त

0
- Advertisement -

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण एवं दिव्यांग उपकरण वितरण शिविर को लेकर हुई भाविप की बैठक

भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) भारत विकास परिषद भीलवाड़ा, शाहपुरा व राजसमन्द जिले को दिव्यांग मुक्त करेगी। इसी लक्ष्य को लेकर अगले माह 10 से 12 फ़रवरी तक रामधाम के पीछे काशीपुरी वकील कॉलोनी माहेश्वरी भवन मैं होने वाले कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण एवं दिव्यांग उपकरण वितरण शिविर लगाकर 2000 दिव्यांगजनों को लाभान्वित करने को लेकर तैयारियां तेज हो गईं है। हाल ही मैं भारत विकास परिषद के भीलवाड़ा जिले की सभी शाखाओं की बैठक हुई। जिला समन्वयक अमित सोनी व शहर समन्वयक श्याम कुमावत के अनुसार बैठक मैं सभी शाखाओं को अपने – अपने क्षेत्र से दिव्यांग जनों का सर्वे कर उन्हें शिविर में लाकर लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए। बताया गया कि इस शिविर मे कृत्रिम पैर, ट्राई साईकल (तीन पहियों वाली), बैसाखियां, छड़ी, वॉकर, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र एवं कॅलिपर्स निर्माण कर वितरण किया जाएगा। यह शिविर अजय ग्रुप ऑफ इण्डस्ट्रीज (भीलवाड़ा) के सौजन्य से लगाया जा रहा है। इसमें श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति, जयपुर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग राजस्थान सरकार के सहयोग से दिव्यांगों के लिए कृत्रिम पैर (जयपुर फुट), वॉकर, छड़ी, कृत्रिम हाथ (कोहनी से नीचे कटा हुआ), केलिपर्स (जूता), बैसाखियाँ, ट्राई साईकल, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र आदि निःशुल्क प्रदान किए जाएंगे। शिविर में राजस्थान प्रशासन की गठित समिति के अनुशंसा पर सहयोग किया जाएगा। शिविर मे दिव्यांग बन्ध अपने साथ एक सहयोगी ला सकते हैं. शिविर के प्रथम दिन कटे हुए पैर, हाथ, वैशाखियां आदि का नाप लिया जायेगा एवं अंतिम दिन दोपहर में लगाए जाएंगे। 30 जनवरी तक इसके लिए पंजीयन करा सकते है। पूर्व में प्राप्त सहायता धारी पुनः सहायता की अपेक्षा नही रखें। अनुसुचित जाति एवं जनजाति प्रमाण पत्र साथ में लावें। दिव्यांग प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, युडीआईडी प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पहचान पत्र दस्तावेज के साथ 6 फोटो साथ में लायें एवं साथ ही मोबाईल नम्बर अति आवश्यक है। गौरतलब है कि भाविप मध्य प्रांतीय संरक्षक और दिव्यांग शिविरों के भामाशाह रामेश्वर काबरा पिछले 28 वर्षों से उनकी माता – पिता की स्मृति में 45 दिव्यांग शिविर लगा चुके है जो अपने प्रांत के लिए गौरव है साथ ही एक रिकार्ड भी है। मध्य प्रांत ने लगभग 2954 व्यत्क्तियों को कृत्रिम पैर 977, व्यक्तियों को हाथ 209, कैलिपर्स 682, वैसाखियाँ 683, ट्राई साईकिल 220 लगायी है, जिनको रेंगते हुए को खड़ा किया है, लाखों रूपया खर्च किया है। बैठक में मुकुन सिंह राठौड़, बालमुकुंद डाड, गिरीश अग्रवाल, केजी सोनी, सुमित जागेटिया, कैलाश अजमेरा, पारस बोहरा आदि मौजूद थे।

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here