कम्यूटर युग में भी परम्परा जीवित
धनतेरस को खरीदकर भाईदूज पर होती है विशेष पूजा
सोने- चांदी की दुकानों पर कम हुई खरीददारी
लोक टुडे न्यूज़ नेटवर्क पादूकलां(नागौर)पादूकलां। कस्बे सहित आस पास के ग्रामीण आँचल में धनतेरस का पर्व बडेधुमधाम से मनाई गई। बाजारों में रौनक कम नजर आई शाम ढलते ही लोगों में खरीदारी को लेकर काफी उत्साह देखते मिला बाजार रेडीमेड कपड़े की किराणा सोने चांदी की दुकान पर की दुकानों पर हल्की फुल्की भीड़ नजर आई सोना चांदी की अधिक भाव होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के किस वर्ग व अन्य ग्रामीण में महंगाई के दौर पर बाजार में रौनक नजर नहीं आई। शाम ढलते ही कुछ कुछ बाजार में रौनक नजर आई दुकानदारों का कहना है कि इस बार धनतेरस की खरीदारी बहुत ही कम हुई। क्योंकि किसान वर्ग खेती में लगे हुए हैं और महंगाई का भी दौड़ जारी है। धनतेरस का त्यौहार के दिन से पांच दिवसीय से दीपावली पर की शुरुआत होती है लोगों ने घरों के साथ ही व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में शुभ मुहूर्त पर हजारों में खरीदारी शुरू करते हैं धनतेरस के पर्व को लोग सोना-चांदी और या अष्टधातू में किसी एक से बने सामान की खरीदारी करते हैं. इस दिन भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है धनतेरस पर अष्टधातू से बने सामान की करें खरीदारी सपनों को नई उड़ान मिले, हर इ‘छा परवान चढ़े, इस धनतेरस आपकी सुख और समृद्धि बढ़े.मन में खुशियां और हृदय में संतुष्टि का वास हो, जीवन भर धन-वैभव मिले घरों के साथ दुकाने रोशनी से जगमग नजर आई । लोगों ने बही खातों की भी जमकर खरीददारी की।