लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
उनियारा (सत्यप्रकाश मयंक)। देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावता गांव में भारत आदिवासी पार्टी के तीन विधायकों ने पहुंचकर ग्रामीणों से उनकी पीड़ा जानकर राज्य सरकार से 50 करोड़ मुआवजा दिए जाने की मांग करते हुए 13 नवम्बर को घटनास्थल पर मौजूद अधिकारी कर्मचारियों सहित पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर न्यायिक जांच की मांग की है ।समरावता गाँव मे 13 नवम्बर को मतदान के दौरान हुई हिंसा को लेकर भारत आदिवासी पार्टी के तीन विधायक थावरचंद डामोर ,जयकृष्ण पटेल ,कमलेश्वर डोडियार ,पार्टी के राष्ट्रीय सदस्य कांति भाई रोत ,जितेंद्र मीणा ,तथा हंसराज धाँधया गाँव मे पहुंचे ।इस दौरान वहां रात्री चौपाल का आयोजन किया गया ।तीनो विधायकों ने ग्रामीणों से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एस डी एम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने और उसके बाद घटित घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी ली ।तीनो विधायकों ने कहा कि भारत आदिवासी पार्टी के लोग फेक्ट फाइल तैयार करके मानवाधिकार आयोग एवं अनुसूचित जनजाति आयोग को भेजेंगे ।साथ ही विधानसभा एवं संसद में समरावता के लोगों की आवाज बुलंद करेंगे ।इसके बाद तीनों विधायकों एवं पदाधिकारियों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि ग्रामीणों को 50 करोड़ का मुआवजा दिया जाए।गांव में हुई हिंसा के जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त एवं जिला कलेक्टर , जिला पुलिस अधीक्षक तथा एस डी एम को निलंबित किया जाए ।साथ ही सभी फर्जी केस वापस लेकर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा औऱ इस मामले में गिरफ्तार सभी युवाओं को तुरंत रिहा किया जाकर पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की जाए ।