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5100 दीपों की अखंड ज्योत से जगमगाएगा भीलवाड़ा, सनातन धर्म की रक्षा का लिया संकल्प

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लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

अखंड दीप जलाना राष्ट्र के लिए ऊर्जा, शक्ति और समृद्धि का आह्वान है: महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन

भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) चैत्र प्रतिपदा नवरात्रि के अवसर पर भीलवाड़ा स्थित हरी शेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में भारत में पहली बार माता वैष्णो देवी के दरबार की विशाल गुफा के समक्ष 5100 दीपकों की अखंड ज्योत जलाकर धार्मिक आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन 30 मार्च से 6 अप्रैल 2025 तक चलेगा। आयोजन की तैयारी बैठक रविवार को संकट मोचन हनुमान मंदिर में सम्पन्न हुई। जिसमें देशभर से आए संत-महंतों और सामाजिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा, “हमें जाति और पंथ से ऊपर उठकर एक संगठित हिन्दू राष्ट्र की कामना करते हुए सनातन धर्म की रक्षा हेतु संकल्पबद्ध होना चाहिए। अखंड दीप जलाना केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए ऊर्जा, शक्ति और समृद्धि का आह्वान है।” महामंडलेश्वर ने बताया कि अखंड ज्योत के साथ-साथ वैष्णो देवी का विशाल दरबार विशेष रूप से गुफा के भीतर स्थापित किया जाएगा, जहां भक्त पूरे नवरात्रि दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने हर सनातन धर्मी से अपील की कि वह आयोजन में सहभागिता सुनिश्चित करें और अपने क्षेत्र के पंच-पटेलों के माध्यम से महंत बाबू गिरी महाराज के पास नाम पंजीकृत कराएं। आयोजन को भव्य रूप देने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग लिया जा रहा है। बैठक में भीलवाड़ा के कई सामाजिक, धार्मिक एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी भागीदारी दी। इनमें गजानंद बजाज, कन्हैयालाल स्वर्णकार, बद्रीलाल सोमानी, विजय ओझा, संजीव राठी, प्रहलाद सोनी, हीरालाल गुरनानी, राजेश कुदाल, कृष्ण कुमार बंसल, एडवोकेट पवन पंवार, लक्ष्मण सिंह राठौड़, दुर्गालाल सोनी, पंकज आडवाणी, और रामचंद्र मूंदड़ा सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया जाएगा कि यदि संकल्प पवित्र हो तो दीपक की लौ भी राष्ट्र निर्माण का स्रोत बन सकती है। आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे अपने परिवार सहित आयोजन में भाग लें और सनातन धर्म की गौरवशाली परंपरा को सशक्त बनाने में सहभागी बनें।

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