नेमावर। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा है कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार को मंदिरों से परहेज है । इसीलिए वह मंदिरों का निर्माण और विकास नहीं करवा रही है, न ही वह इसके लिए कोई राशि स्वीकृत कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अब भाजपा की सरकार बनेगी तो पहले की तरह सभी मंदिरों का निर्माण करवाया जाएगा ।
नर्मदा में लगाई डुबकी
वसुंधरा राजे मध्य प्रदेश के नेमावर तीर्थ में संत बाल ब्रह्मचारी उत्तम स्वामी जी महाराज द्वारा आयोजित समर्पण मां नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा और केवट समाज के सम्मेलन में मुख्य अतिथि के पद से बोल रही थी। उन्होंने वहां नर्मदा नदी के नाभि कुंड में डुबकी लगाकर प्रदेश वासियों की खुशहाली की कामना भी की। पूर्व सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का मंदिर अयोध्या में बन रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में राजस्थान में 550 करोड की लागत से प्रदेश के 125 मंदिरों का विकास ,110करोड़ की लागत से देवी देवताओं, संत ,महात्माओं, महापुरुषों के पेनोरमा और ढाई हजार करोड़ की लागत से मंदिर मार्गों का निर्माण हुआ । मंदिरों के विकास को लेकर कांग्रेस ने कभी भी सकारात्मक रुख नहीं अपनाया ।
संघ राजनीति पर नहीं राष्ट्रनीति पर
संघ का राजनीति पर नहीं राष्ट्रनीति पर आधारित राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यह भूल रहे हैं कि संघ राजनीति पर नहीं राष्ट्रनीति पर आधारित संस्था है । जिसका उद्देश्य अखंड भारत को खुशहाल समृद्धशाली और भारतीय संस्कृति को बनाए रखना है । यह संगठन ऐसा है जिसने हमेशा समाज में वर्ग भेद, जाति भेद, ऊंच- नीच को खत्म करने का प्रयास किया है ।
केवट समाज भगवान राम का प्रिय समाज है । जिसने वनवास के समय भगवान राम को गंगा पार करवाई थी। इसलिए इस समाज पर भगवान श्री राम की कृपा है। जिस पर राम की कृपा हो ता पर कृपा करे सब कोई।