एजीटीएफ की नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई,
-ट्रक में छुपाकर दवाइयों की आड़ में कर रहे थे गांजे की तस्करी,
-छत्तीसगढ़ से जयपुर लाया जा रहा था नशे की खेप,
-स्कॉर्पियो कार से ट्रक को एस्कॉर्ट कर रहा था सरगना सुमेर मीणा,
-पुलिस को देख खेतों में भागने का किया प्रयास,
-पुलिस ने पीछा कर आरोपियों को दबोचा,
-चाकसू और शिवदासपुरा इलाके में की कार्रवाई।
लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
सत्यनारायण चांदा की रिपोर्ट
चाकसू : एजीटीएफ एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए चाकसू और शिवदासपुरा थाना क्षेत्र इलाके में 2 करोड़ रुपये की कीमत का 424 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। इस दौरान पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है । और वही जिनमें गिरोह का सरगना सुमेर मीणा भी शामिल है।
चाकसू थानाधिकारी मनोहर लाल मेघवाल के मुताबिक, तस्कर छत्तीसगढ़ से भारी मात्रा में गांजा ट्रक में दवाइयों की आड़ में छिपाकर जयपुर ला रहे थे। ट्रक को स्कॉर्पियो कार से एस्कॉर्ट किया जा रहा था, जिसे खुद सरगना सुमेर मीणा चला रहा था। जैसे ही पुलिस ने संदिग्ध वाहनों को रोकने का प्रयास किया, आरोपी खेतों की ओर भागने लगे। लेकिन पुलिस टीम ने तुरंत एक्शन लेते हुए पीछा कर सभी आरोपियों को दबोच लिया गया है और ये पूरी कार्रवाई चाकसू और शिवदासपुरा थाना इलाके में की गई। वहीं फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है।
गौरतलब है कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने के हाथ बड़ी सफलता लगी है। एजीटीएफ की टीम नें जयपुर दक्षिण के चाकसू थाना क्षेत्र में एक ट्रक से 424 किलोग्राम अवैध गांजा जब्त करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार करवाया गया है और इससे कुछ समय पहले टीम ने शिवदासपुरा टोल पर नाकाबंदी कर ट्रक को एस्कॉर्ट कर रही एक स्कॉर्पियो समेत गैंग के सरगना सहित तीन जनों को पकड़ लिया था। जब्त किये गए मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 2 करोड रुपए आंकी गई है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध एवं एजीटीएफ दिनेश एम एन ने दिशा निर्देशानुसार इस कार्रवाई में पांच आरोपियों को मादक पदार्थ की तस्करी करते रंगे हाथों पकड़ा गया। जिन्हें थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सुमेर मीणा पुत्र रामचन्द्र (48), नानगराम बलाई पुत्र चौथु राम (55), नरेंद्र सिंह जाट पुत्र धर्मपाल (45) और दीपक गुर्जर पुत्र मोगा राम (38) निवासी खोराबिसल, जयपुर पश्चिम) के साथ-साथ हिमांशू माटा पुत्र प्रेम चन्द (29) निवासी करनाल, हरियाणा के रूप में हुई है। इनके पास से गांजे के साथ-साथ दो वाहन एक ट्रक और एक स्कॉर्पियो भी जब्त किए गए हैं।
तस्करों के नेटवर्क पर एजीटीएफ का शिकंजा :
एडीजी दिनेश एम एन के कड़े निर्देशों के तहत एजीटीएफ की टीम लगातार सक्रिय रह कर इनामी अपराधियों व अवैध मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में उपमहानिरीक्षक पुलिस श्री योगेश यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में गठित टीम के सदस्य एएसआई शंकर दयाल शर्मा एवं हेड कांस्टेबल कमल सिंह व शशिकांत को बिहार और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से जयपुर में गांजा तस्करी किए जाने की खुफिया सूचना मिली थी।
पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह के कुशल नेतृत्व में एजीटीएफ की 17 सदस्यीय टीम ने इस सूचना को तकनीकी संसाधनों और गहन आसूचना संकलन के माध्यम से विकसित किया गया, जिसके बाद इस बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया। इस कार्रवाई ने राज्य में नशे के कारोबारियों पर नकेल कसने के एजीटीएफ के इरादों को और मजबूत किया है।
शिवदासपुरा टोल पर पकड़ी एस्कोर्ट कर रही स्कार्पियो :
छत्तीसगढ़ से मिनी ट्रक में भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ तस्करी कर लाये जाने की पुख्ता सूचना पर एजीटीएफ की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिल कर शिवदासपुरा टोल पर नाकाबन्दी कर तेज गति से आ रही एक स्कॉर्पियो गाड़ी को रुकवाया गया। जिसमे तीन व्यक्ति सुमेर मीणा, नरेंद्र और नानग राम सवार थे। जिन्होंने पीछे आ रहे एक मिनी ट्रक को एस्कॉर्ट करना बताया।
चाकसू में पकड़ा अवैध मादक पदार्थ से भरा ट्रक :
ट्रक में अवैध मादक पदार्थ गांजा की बड़ी खेप थी। दोनों गाड़ियां जीपीएस से कनेक्ट थी, इस वजह से स्कॉर्पियो पकड़े जाने का अंदेशा होते ही ट्रक चालक दीपक और हिमांशु चाकसू इलाके में ट्रक को रोक खेतों में होकर भागने लगे, इन दोनों को भी एजीटीएफ की टीम ने स्थानीय थाना पुलिस को साथ लेकर घेर कर पकड़ लिया।
दवाइयां की आड़ में छत्तीसगढ़ से की जा रही थी तस्करी :
टीम ने ट्रक की तलाशी ली तो उसमें दवाइयां के बॉक्स रखे हुए थे, जिसकी आड़ में आरोपी तस्कर नशे की तस्करी कर रहे थे। इस गैंग का सरगना सुमेर मीणा है। जो पहले भी दो बार छत्तीसगढ़ से मादक पदार्थ तस्करी कर जयपुर लेकर आया था, तीसरी बार एजीटीएफ की सतर्कता से पकड़ा गया। गिरोह का सरगना सुमेर मीणा खुद आगे रहकर स्कॉर्पियो से ट्रक को छत्तीसगढ़ से ही एस्कॉर्ट कर रहा था।
टीम का सराहनीय योगदान :
इस पूरी कार्रवाई में एएसआई शंकर दयाल शर्मा और हैड कांस्टेबल कमल सिंह और शशिकांत की विशेष भूमिका रही, जिन्होंने सूचना संकलन और ऑपरेशन को अंजाम देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हैड कांस्टेबल सुरेश कुमार, नरेंद्र सिंह, मदन लाल, अरुण कुमार, कांस्टेबल नरेश कुमार, रतिराम, बृजेश शर्मा, संदीप, सुरेश, हरीश, राजवीर और चालक सुरेश कुमार का भी सराहनीय सहयोग रहा। इस कार्रवाई में एसएचओ चाकसू मनोहर लाल मय टीम एवं थाना शिवदासपुरा से उप निरीक्षक लेखराज व कांस्टेबल मेघराज मय टीम शामिल थे। एजीटीएफ की इस कार्रवाई से नशे के खिलाफ राजस्थान पुलिस के अभियान को एक नई गति मिली है। पुलिस का कहना है कि ऐसे अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे ताकि राज्य को मादक पदार्थों से मुक्त किया जा सके हैं।