दलितों की समाधियों को किया अपमानित, तोड़- फोड़कर उतारा गुस्सा, अब मुकदमा दर्ज

0
- Advertisement -

समाधियों के कारण बरसात रुकने का अंधविश्वास फैलाया

कुछ युवाओं को समाधियों को अपमानित करन के लिए उकसाया

युवाओं ने समाधियों पर उत्पात मचाया

बाड़मेर। जिले की गडरारोड़ तहसील के गिराब और कमडिया गांव के असामाजिक तत्वों ने गिराब और शास्त्री गांव के मेघवालों के शमशान स्थित समाधियों पर नमक छिड़करकर , जूते मारकर, कचरा डालकर लाठियों और कुल्हाडियों से समाधियों को तोड़ने का वीडियो वायरल हो रहा है। इंसानियत को शर्मसार करने वाले इस वीडियो के वायरल होने से लोगों में आक्रोश है। इस वीडियो में कुछ युवक दलित समाज के लोगों के पूर्वजों की समाधियों के प्रति अपना आक्रोश निकाल रहे है। जिन्हें देखकर लग रहा है जब मृतक लोगों की समाधियों के प्रति इनमें इतनी ऩफरत है, तो जिंदा दलितों के प्रति भी इनके दिमाग में कितना जहर भरा होगा। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद गांव के ही ओमप्रकाश , प्रहलाद और अन्य लोगों ने गिराब थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ित लोगों ने बताया कि 25 जुलाई को गिराब व कमडिया गांव के शेरसिंह पुत्र भूर सिंह राजपूत, गुलाब सिंह पुत्र भंवर सिंह, पर्वतसिंह पुत्र रूपसिंह प्रतापसिंह पुत्र अर्जुनसिंह जाति राजपूत निवासी कूबडिया ये अफवाह फैलाई कि अपने यहां बरसात नहीं हो रही है। गिराब व शास्त्री गांव के मेघवालों की श्मशानघाट स्थित समाधियों के कारण बरसात रुकी हुई है इसलिए इन ढेढों के शमशानघाट की समाधियों पर नमक छिड़ककर, जूते मारकर, कचरा डालकर, लाठियों व कुल्हाडियों से समाधियों को खंडित और अपमानित करने से हमारे गांव में अच्छी और भारी बरसात होगी। अच्छी बरसात होगी तो अच्छा जमाना आयेगा। इन लोगों ने अपने समाज के युवाओं को चंदा (देवरिया) इकटठा कर उस राशि का नमक व अन्य घृणित सामग्री खरीद कर दी।

इसके बाद इसी दिन लालसिंह पुत्र लूणसिंह, प्रवीणसिंह डूगरसिंह पुत्र बेरीसालसिंह, दलपतसिंह पुत्र खुमाणसिह, अभयसिंह पुत्र छुगसिह सवाईसिंह पुत्र तेजमालसिंह जाति राजपूत निवासी गिराब और प्रवीणसिंह उर्फ आरपीसिंह अन्य चार-पांच युवाओं ने उपरोक्त के मार्गदर्शन और निर्देशानुसार दलित समाज के शमशानघाट पर जाकर समाधियों को अपमानित किया। उन पर कचरा डाला, अपशिष्ट पदार्थ डाले, लाठियां और कुल्हाड़े से समाधियों में तोड़फोड की। दलित समाज का कहना है कि ये समाधियां हमारे लिए देवी – देवताओं की तरह पूज्य है। असामाजिक तत्वों ने जानबुझकर नफरत फैलाने का काम किया है। दलित समाज से इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। दलित समाज के लोगों ने पुलिस से सभी दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि जब दलित वर्ग के मृतकों के प्रति इतनी नफरत है तो फिर जिंदा लोगों के प्रति ये कितनी नफरत रखते होंगे। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here