भृगु संहिता के विद्वान पंडित नाथू लाल व्यास का निधन, कारोई में शोक की लहर

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भीलवाड़ा, मूलचंद पेसवानी
भीलवाड़ा । जिले के कारोई कस्बे, जो ज्योतिष नगरी के रूप में प्रसिद्ध है, के वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य पंडित नाथू लाल व्यास का गुरुवार को निधन हो गया। वो 90 वर्ष के थे। उनके निधन से क्षेत्र और उनके शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई है। पंडित व्यास भृगु संहिता के माध्यम से ज्योतिषीय गणना और भविष्यवाणियों के लिए प्रसिद्ध थे।
भीलवाड़ा-राजसमंद राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कारोई गांव देशभर में ज्योतिष नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां भृगु संहिता से भविष्यवाणियां की जाती हैं, जो सदियों पुरानी ज्योतिषीय पद्धति है। पंडित नाथू लाल व्यास इस विद्या के सबसे वरिष्ठ ज्ञाता थे।
पंडित नाथू लाल व्यास ने अपने जीवन में कई प्रतिष्ठित राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों के लिए भविष्यवाणियां कीं। उनका दावा था कि उन्होंने प्रतिभा पाटिल के राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी की थी, जब वह राजस्थान की राज्यपाल थीं। पाटिल के राष्ट्रपति बनने के बाद, शपथ ग्रहण समारोह में पंडित व्यास भी शामिल हुए थे।इसके अलावा, देश के कई प्रमुख नेता जैसे अमर सिंह, वसुंधरा राजे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई, और राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं गुजरात के कई नेताओं ने पंडित व्यास से ज्योतिषीय मार्गदर्शन प्राप्त किया।


केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रह चुकीं स्मृति ईरानी सहित अनेक सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के पदाधिकारी कारोई आ चुके हैं। पंडित व्यास की विद्वता और भृगु संहिता की उनकी समझ ने उन्हें एक विशेष स्थान दिलाया था।
पंडित नाथू लाल व्यास के निधन से कारोई और पूरे जिले में शोक का माहौल है। उनके योगदान को याद करते हुए लोग उनकी महानता और ज्योतिषीय ज्ञान की सराहना कर रहे हैं। उनके निधन के साथ ही भृगु संहिता के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हो गया है। उनके पीछे उनके परिवार के अन्य सदस्य ज्योतिष का कार्य कर रहे है।
ज्योतिष नगरी कारोई के इस महान ज्योतिषाचार्य को क्षेत्र और देश भर के लोग याद करेंगे। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनके द्वारा बनाई गई भविष्यवाणियां उनकी विद्वता का प्रमाण देती रहेंगी।

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