क्रोध,अहंकार,माया तजकर ईश्वर भक्ति में लीन होने पर काया उद्धार सम्भव- बाल व्यास स्वाति जी-प्रगति देवी जी
लोकटूडे न्यूज़ नेटवर्क
माण्डलगढ़ (केसरीमल मेवाड़ा)। नगर की पुरानी आबादी में आम्बा की बावड़ी पर 23 से 29 मई तक चली संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का आज मंगलवार को हर्षोल्लास से समापन हुआ। कथा पूर्णाहुति अवसर पर श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए बाल व्यास स्वाति देवी व प्रगति देवी जी ने बताया की मानवमात्र जीवन को सफल बनाने के लिए श्रीमद भागवत कथा के अनुसार बताए मार्ग पर चलते हुए क्रोध,अहंकार,माया से लालच छोड़कर पूर्ण सद्गुरु के सहारे सच्चे ईश्वर को प्राप्त कर सकता है। नगर में संगीतमय श्रीमद भागवत सप्ताह महायज्ञ महोत्सव की पूर्णाहुति का आयोजन श्री श्री 108 महंत श्री जानकीदास जी महाराज आम्बा की बावड़ी माण्डलगढ़ के सानिध्य में व बाबा बर्फानी जी महाराज की पावन स्मृति में सम्पन्न हुआ। कथा पूर्णाहुति, सन्त मिलन व भंडारे के भव्य आयोजन में क्षेत्रवासियों के साथ दूरदराज से आए कई सन्तो का आगमन हुआ। वहीं नगर सहित आसपास के गांवों से श्रद्धालु पहुंचे व भंडारे में प्रसादी प्राप्त की।
श्रीमद भागवत कथा पूर्णाहुति अवसर पर नगर सहित आसपास के गांवों में गेनोली, बल्दरखा, होड़ा, बीगोद, त्रिवेणी, महुआ,जोजवा,लाडपुरा, फलासिया, सराणा सहित अन्य गांवों के श्रद्धालु उत्साह से आयोजन में भाग लिया। इस मौके पर संत बालकदास जी महाराज गुप्तेश्वर महादेव,सन्त महंत श्री नरोत्तम दास जी गोवर्धन,महंत प्राणदास जी चंदेरिया,अर्जुन ब्रमभट्ट, मुख्य यजमान गोविंद ब्रमभट, ओमप्रकाश तेली सहित बर्फानी
मण्डल परिवार व क्षेत्रवासी मौजूद रहे।