लोक टुडे न्यूज़ नेटवर्क
भरतपुर। (राजेंद्र) अपना घर आश्रम भरतपुर के स्प्रीचुअल पार्क में रविवार को करवाचौथ पर्व धूमधाम से मनाया गया। घर, परिवार, पति सब कुछ है। लेकिन मानसिक हालत एवं विभिन्न शारीरिक हालतों ने साथ नहीं दिया और रिश्तों ने भी विसरा दिया। अपना घर आश्रम भरतपुर में 3334 महिला प्रभुजी आवासरत हैं जिन्हें देश के विभिन्न स्थानों से अस्वस्थ हालत में लाकर अपना घर में भर्ती किया गया और सेवा व उपचार के बाद वे ठीक हैं, जिनमें से आज 145 माता-बहिनों के साथ इतना सब कुछ घटित होने के उपरान्त भी पति के प्रति समर्पण कम नहीं हुआ है। इसलिए हर साल करवा चौथ पर पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती है।
महिला प्रभुजियों द्वारा विधि विधान के साथ करवा चौथ मनाई गई क्योंकि इन्हें लगता है कि कभी तो उन्हें इस व्रत का फल मिलेगा। अभी इनके अंदर उम्मीदें जिंदा है, पति से अधिक परमात्मा पर भरोसा कर रही हैं, कहती हैं उनका व्रत एवं आस्था किसी दिन पति के दिल तक अवश्य पहुंचेगी। परमात्मा के यहां देर हो सकती है पर अंधेर नहीं।
अपना घर में 9 साल से रह रही प्रभुजी कुसुम जैन एवं 5 साल से रह रही नमिता दीक्षित हर साल पति की लंबी आयु के लिए करवाचौथ का व्रत रखती है, इन्हें उम्मीद है कि एक न एक दिन उनके पति उन्हें लेने अपना घर आश्रम जरूर आएंगे। इसी कामना के साथ ये महिला प्रभुजी करवाचौथ का व्रत रखती है। वो कहती है कि वे कभी कभार फोन पर बात कर लेते हैं। मेरे लिए यही काफी है आज नही तो कल उनके मन में मेरे लिए प्रेम जगेगा।
इससे पहले निर्जला व्रत कर रही आश्रम की सभी महिला प्रभुजियों द्वारा मेहंदी लगाई, चुंदडी परिधान पहनकर दोपहर 1 बजे चौथ माता की कहानी सुनी। बाद में ढोलक की थाप पर सुहाग गीत, भजन और लोकगीत गाकर डांडिया नृत्य भी किया। रात को चांद दिखने पर महिलाओं ने विधि विधान से अर्घ्य देकर व्रत खोला। आश्रम में रह रही महिला प्रभुजियों का परिवार के प्रति समर्पण सामान्य महिलाओं जैसा ही नजर आ रहा था। इस अवसर पर आश्रम में व्रत रखने वाली महिला प्रभुजनों के लिए विशेष भोजन प्रसादी बनवाई गई।