लोक टुडे न्यूज़ नेटवर्क
सिरोही के कृष्णगंज और स्वरूपगंज के बीच मुख्य सड़क पर स्थित मायला गोड़ रपट पिछले दिनों हुई बरसात से काई यानि झील जमा होने के कारण यहां हर रोज छोटे-बड़े वाहन फिसलकर नदी में गिर रहे है….। जिससे वाहन चालकों को चोट भी लग रही और आर्थिक नुकसान भी हो रहा है, लेकिन जिला प्रशासन को इन हादसों से कोई सरोकार नहीं हैं। पूरी तरह मूकदर्शक होकर देख रहा है…।
पिछले दिनों हुई बरसात के बाद से लगातार काई जमी हुई है। जिसे जिला प्रशासन लगातार नजरअंदाज किए हुए है। इस रपट से गुजरने वाले वाहन अगर जरा सा भी ब्रेक लगा दें, या फिर चालक ध्यान नहीं दे तो वाहन फिसलते हुए सीधे नदी में गिर रहे हैं। जिसके चलते उसमें सवार लोगों के चोटे लग रहीं हैं। छोटे वाहन हर रोज सुबह से शाम तक फिसल रहे हैं। जबकि हर दूसरे तीसरे दिन बड़े वाहन भी फिसल रहे हैं। जिसमें जीप मिनी ट्रक, ट्रक ऑटो रिक्शा जैसे वहां भी शामिल है। इसी रपट पर पिछले महीने एक स्कूल बस भी फिसल गई थी, गनीमत रही उसमें कोई बच्चा सवार नहीं था।
रपट पर फिसलकर सड़क से नीचे उतरा ऑटो।
कृष्णगंज के ग्राम वासियों का कहना है कि स्वरूपगंज आबूरोड पिंडवाड़ा जाने के लिए यह उनका सबसे शॉर्टकट रास्ता है, इस रास्ते का उपयोग कृष्णगंज के अलावा पावापुरी, अनादरा मीरपुर, वाडेली, वेरापुरा, वेलांगरी सहित करीब 25 से 30 गांव के लोग भी करते हैं। इनके अलावा पावापुरी और मीरपुर जैसे धार्मिक स्थल पर आने-जाने के लिए जैन समाज के लोगों का उनके निजी वाहनों में आना जाना लगा रहता है। बाहर से आने वाले लोगों को सड़क पर जमी हुई कई का पर ध्यान नहीं रहता ऐसे में कभी भी कोई गंभीर हादसा हो सकता है, इसकी जानकारी जिला प्रशासन के अधिकतर अधिकारियों को होने के बावजूद इन्हें नजरअंदाज किए हुए हैं।
सबसे बड़ी विडंबना यह है कि कृष्णगंज ग्राम पंचायत के अधिकार क्षेत्र में होने के बावजूद आज दिन तक ग्राम पंचायत में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा जालौर-सिरोही सांसद के गांव के लोगों का भी आना-जाना इसी मार्ग से स्वरूपगंज आबू रोड और पिंडवाड़ा होता है, लेकिन जिला प्रशासन को इनसे कोई सरोकार नहीं है।