बढ़ते यातायात से हमीर ब्रिज की फूलती सांस

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क


सवाई माधोपुर 19 सितम्ब। (राकेश अग्रवाल)। जिला मुख्यालय पर मानटाउन बजरिया एवं पुराने शहरी क्षेत्र को जोड़ने वाली लाईफ लाईन हम्मीर ब्रिज पर लगातार यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा लोगों के पास कोई शहर से बजरिया जाने का कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है। ऐसे में प्रतिदिन लोगों को हम्मीर ब्रिज पर लम्बे समय तक ट्रेफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते लोगों को इस समय वैकल्पिक मार्ग की सबसे अधिक आवश्यकता महसूस हो रही है।

शहर और बजरिया क्षेत्र को जोड़ने वाला एकमात्र पुल
हम्मीर ब्रिज पर यातायात का दबाव बढ़ने के कई कारण है। जिसमें शहरी और बजरिया क्षेत्र को जोड़ने के लिए एक मात्र रास्ता होना और कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं होना सबसे प्रमुख कारण है। वहीं ब्रिज के एक ओर जिला सामान्य चिकित्सालय, पूराना शहर जो आज भी स्थानीय लोगों के लिए सर्राफा, कपड़े, बर्तन आदि का मुख्य बाजार है। रणथम्भौर रोड़ पर नेशनल पार्क के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए अधिकांश होटले हैं। तो वहीं दूसरी ओर लगभग सभी प्रशासनिक कार्यालय, नये व्यावसायिक प्रतिष्ठान, शिक्षा केन्द्र, बस स्टेण्ड आदि स्थित हैं। ऐसे में लोगों को दोनों ओर आने जाने के लिए हम्मीर ब्रिज को पार करना ही पड़ता है। इसके साथ ही सवाई माधोपुर से कोटा, जयपुर, लालसोट, गंगापुर सिटी, तथा जिले के खण्डार एवं मध्यप्रदेश को जोड़ने के लिए भी इस हम्मीर ब्रिज से होकर ही गुजरना पड़ता है।

ब्रिज पर दो-दो टी पाईंट
इसी प्रकार हम्मीर ब्रिज एक सीधा पुल नहीं होकर एक चौराहे की तरह बना हुआ है। हम्मीर ब्रिज से हम्मीर सर्किल से कलेक्ट्रेट रोड़ की तरफ सीधा रास्ता है तो वहीं हम्मीर ब्रिज के ऊपर से एक रास्ता रेलवे स्टेशन की ओर तो वहीं कुछ आगे जाकर खेरदा की ओर रास्ते भी बने हुऐ हैं। ऐसे में इस हम्मीर ब्रिज पर दो-दो टी पाईंट बने हुऐ हैं। यहाँ से जब भी इन रास्तों पर वाहनों को जाना होता है तो ट्रेफिक को रूकना पड़ता है जिससे वाहनों की लाईन लग जातीछ है और ट्रेफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है।

रणथंबोर गणेश जी और मध्य प्रदेश जाने का एकमात्र रास्ता

इसी क्रम में ट्रेफिक पुलिस की ओर से हम्मीर सर्किल पर पुलिस चौकी के समान पुलिस का जमावड़ा रहता है। जो बाहर से आने वाले रणथम्भौर नेशनल पार्क के पर्यटक वाहनों, त्रिनेत्र गणेशजी आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही मध्य प्रदेश से जिले में आने वाले लगभग हर वाहन को हम्मीर सर्किल पर जांच करने के लिए रोकते है। इसके लिए वाहनों को रोकने के लिए यहाँ एक दिशा में बेरिकेट्स लगाकर रास्ते को संकरा कर दिया जाता है। जिससे यहीं से वाहनों की कछुआ चाल शुरू हो जाती है। इसके साथ ही यातायात पुलिस हम्मीर ब्रिज के ऊपर भी वाहनों की जांच करने के लिए रोकना शुरू कर देती है। ये गतिविधियां भी ट्रेफिक जाम का करण बनती हैं।

इलाके में बढ़ती आबादी
इसके साथ ही हम्मीर सर्किल पर बड़े बड़े मॉल, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, होटल, रेस्टोरेंट, निजी चिकित्सालय, बैंक आदि बने हुऐ हैं। लेकिन इनमें से किसी में भी वाहनों के पार्किंग की सुविधा नहीं है। जिससे यहाँ रूकने वाले अधिकांश वाहन सड़कों पर ही खड़े रहते हैं।
इन सब कारणों के चलते प्रतिदिन दिन में कई बार ट्रेफिक जाम होना आम बात हो गई है। तो वहीं सवाई माधोपुर की लाईफ लाईन इस हम्मीर ब्रिज की चौड़ाई बढ़ाने का काम भी इन दिनों कोढ़ में खाज बना हुआ है।

हमीरपुर ब्रिज की चौड़ाई का कम होना
यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि अब भी लोगों को सारा विकास और समस्या का समाधान हम्मीर ब्रिज की चौड़ाईकरण ही नजर आता है। इसके अलावा अन्य वैकल्पिक रास्तों की महती आवश्यकता की तरफ कोई देखने को भी तैयार नहीं है। जबकि हम्मीर ब्रिज पर से होकर रेलवे स्टेशन की ओर तथा खेरदा की ओर जाने वाले वाहनों को जब तक कोई दूसरा मार्ग नहीं मिलेगा। हम्मीर ब्रिज की समस्या का समाधान नहीं हो सकता।

हमीरपुर ब्रिज का वैकल्पिक रास्ता बनाना जरूरी
जबकि यदि हम्मीर ब्रिज के विकास कार्य के दौरान अगर आज सवाई माधोपुर वासियों के लिए हम्मीर ब्रिज के अलावा कोई अन्य वैकल्पिक मार्ग सुचारू हो पाता तो शायद सवाई माधोपुर के लोगों की एक बड़ी समस्या का समाधान हो सकता था।
आम लोग हम्मीर ब्रिज पर लगने वाले जाम से बचने के लिए खेरदा में बने बम्बोरी रेलवे अण्डार पास से होकर बम्बोरी गांव की तंग गलियों में होकर निकलने की कोशिश करते हैं। लेकिन बम्बोरी गांव से होकर निकलने वाला रास्ता एक संकरी गली के रास्ते के समान होने से इस पर वाहनों का निकलना मुश्किल होता है। वहीं इस सड़क का बूरी तरह से क्षतिग्रस्त होना, बड़े बड़े गड्ढे होने के कारण इस सड़क से निकलने में हमेंशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।
वहीं जीनापुर का रेलवे अण्डर पास पानी भरने के कारण एक शो पीस बना हुआ है जो लोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध नहीं कर रहा है। लोगों का मानना है कि अण्डर पास से फाटक लाख गुना अच्छा था। कम से कम हमेंशा मार्ग चालू तो रहता था।

नया अंडरपास या प्रकाश टॉकीज पास बने फाटक


ऐसे में जिले के वरिष्ठजनों, गणमान्य नागरिकों का मनना है कि यदि राजकीय महाविद्यालय के सामने से प्रकाश टाकीज की ओर कोई फाटक या अण्डर पास बनाया जाये तथा इसके साथ ही रेलवे स्टेशन के दूसरी ओर रेलवे कॉलोनी से बजरिया की ओर कोई रास्ता निकाल दिया जाये तो सवाई माधोपुर वासियों की एक बहुत बड़ी समस्या का समाधान हो सकता है। साथ ही हम्मीर ब्रिज पर यातायात का दबाव भी कम हो सकता है।
आम जन का कहना है कि देष व प्रदे की सरकार के साथ ही स्थानीय विधायक भी केबिनेट मंत्री हैं। ऐसे में हम्मीर ब्रिज पर जाम लगने के लिए जिम्मेदार इन सभी कारणों का समाधान करने के लिए राजनीतिक एवं प्रशासनिक इच्छा शक्ति की आवश्यकता है।

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