आंदोलन, कमेटी की जायेगी गठित
भरतपुर। (राजेंद्र शर्मा) जती में करौली के पांचना बांध के पानी में भरतपुर का हिस्सा तय करने, सूखी पडी बाण गंगा व रूपारेल नदी में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना द्वारा पानी लाने, बाण गंगा नदी को पांचना बांध से जोडने, भरतपुर को यमुना का पूरा पानी उपलब्ध कराने जैसे मुद्दों को लेकर शनिवार को खण्डेलवाल धर्मशाला में जिले के सभी दलों के पदाधिकारियों, गणमान्य नागरिकों, समाजसेवियों की एक बैठक आयोजित हुई। जिसमें तय किया गया कि भरतपुर की सूखी पडी नदियों में पानी लाने के लिए और पांचना बांध के पानी में भरतपुर का हिस्सा तय करने को लेकर एक आंदोलन चलाया जायेगा जिसके लिए एक कमेटी बनाई जायेगी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पूर्व सांसद पण्डित रामकिशन ने कहा कि पांचना के पानी में भरतपुर का हिस्सा है और इस बांध की ऊचाई बढाकर भरतपुर के हिस्से के पानी को गैर कानूनी तरीके से कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि बाढ को रोकने के लिए पंाचना बांध का निर्माण कराया गया लेकिन जरूरत के वक्त पिछले लगभग 40 वर्षाे से कभी गम्भीर नदी के द्वारा भरतपुर के किसानों और केवलादेवी राष्ट्रीय उद्यान को पानी नहीं दिया गया। अब हम सब को मिलकर अपने हिस्से का पानी तय कराना होगा जिसके लिए आंदोलन चलाने की जरूरत है। बैठक में वैर के विधायक बहादुर सिंह कोली, समृद्ध भारत अभियान के निदेशक सीताराम गुप्ता, भरतपुर राज परिवार के काका रघुराज सिंह, किसान नेता इंदलसिंह जाट, भाजपा नेता गिरधारी तिवाडी, लोकदल जिला अध्यक्ष संतोष फौजदार, जाट महासभा के जिलाध्यक्ष प्रेमसिंह कुन्तल ने अपने विचार रखे।