पार्वती नदी मैं बही 4 बालिकाओं के शव मिले

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धौलपुर। ( मुनेश धाकरे ) धौलपुर जिले में ऋषि पंचमी पर्व का बोथपुरा के ग्रामीणों को ऐसा गहरा दर्द देकर गया है वह जीवन भर इस दर्द को नहीं भूल सकते हैं । रविवार को चार बालिकाएं पार्वती नदी में नहाते समय पानी के तेज बहाव में बह गई थी। चारों बालिकाओं की डेडबॉडी को आज सोमवार को भरतपुर और धौलपुर की एसडीआरएफ की टीम ने नदी से रेस्क्यू कर लिए हैं। पुलिस ने चारों शवों का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों के सुपुर्द कर दिए हैं। बालिकाओं की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ हैं और घरों में चूल्हे नहीं जले हैं।

ऋषि पंचमी पर्व पर पार्वती नदी में स्नान करने गई

बता दें कि जिले के मनियां थाना इलाके के बोथ पुरा गांव की रहने वाली दो दर्जन बालिकाएं अपने परिवार की महिलाओं के साथ रविवार को ऋषि पंचमी पर्व पर पार्वती नदी में स्नान करने गई हुई थी। पार्वती नदी के किनारे बैठकर सभी बालिकाएं स्नान कर रही थी। तभी अचानक पानी का तेज बहाव आ गया था और 14 वर्षीय मोहनी पुत्री सुरेश,12 वर्षीय प्रिया पत्नी राजू,10 वर्षीय तनु पुत्री कमल सिंह और 14 वर्षीय अंजलि पुत्री कमल सिंह पानी के तेज बहाव में बह गई थी। अंजलि और तनु दोनों सगी बहन है। पार्वती नदी पर मौजूद अन्य बालिकाओं और महिलाओं ने बचाने के लिए शोर मचाया। लेकिन पानी का तेज बहाव होने के कारण सभी असहाय खड़े देखते रह गए थे और चारों बालिकाएं गहरे पानी में ओझल हो गई थी। सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। मनियां थाना एसएचओ नरेश शर्मा मौके पर पहुंच गए थे। जिला मुख्यालय और भरतपुर से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया था। चारों बालिकाओं को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ ने सर्च ऑपरेशन शुरु किया था। लेकिन रविवार की देर शाम तक बालिकाओं का सुराग नहीं लगा था.एसडीआरएफ की टीम ने आज सोमवार को पार्वती नदी में सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो दो बालिकाओं के शव दस किलोमीटर पर मिली और दो बालिकाओं के शव पांच किलोमीटर के एरिया में मिले हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि चारों बालकाएं पढ़ाई में होनहार थी इसमें तनु पुत्री कमल सिंह नवमी कक्षा में पढ़ रही थी.अंजलि पुत्री कमल सिंह ग्रेजुएशन कर रही थी.प्रिया पुत्री राजू भदौरिया ने दसवीं और मोहिनी पुत्री सुरेश भदोरिया 12 वीं कक्षा में पढ़ रही थी। नहाते समय जब एक बालिका डूबी तो दूसरी बालिका ने उसको बचाने का प्रयास किया,उसके बाद चारों बालिकाएं एक दूसरे को बचाने प्रयास में पार्वती नदी के रौद्र रूप में समां गई।

बोथपुरा गांव में हृदय विदारक घटना के बाद मातम छाया


बोथपुरा गांव में हुई हृदय विदारक घटना के बाद मातम छाया हुआ और घरों में चूल्हे तक नहीं जले हैं। तनु और अंजलि के पिता कमल सिंह धौलपुर जिले से बाहर नौकरी करते हैं और उनको नहीं मालूम था कि घर पर उनकी दोनों बेटियां मौत नदी में डूबने से हो गई हैं। कमल सिंह के दो बेटियां और एक पुत्र तीनों बच्चे पढ़ाई में होनहार हैं और वह अपनी दादी और मम्मी के साथ गांव में ही रहते हैं। कमल सिंह को जब फोन पर सूचना मिली तो वह आज धौलपुर पहुंचे और उन पर पहाड़ सा टूट गया है। दोनों बच्चियों की मां सुधबुध खो बैठी हैं। उसको यह भी होश नहीं है कि पानी में डूबने से उसकी दोनों बेटियों की मौत हो गई है। अब कमल सिंह के परिवार में उसका बेटा ही रह गया हैं। दोनों बेटियां अपनी दादी के साथ पार्वती नदी पर स्नान करने गई हुई थी। चारों बालिकाएं पड़ौस में रहती हैं और ख़ास सहेली थी।कोई भी काम होता तो साथ में करती थी और अब चारों साथ ही ईश्वर के पास पहुंच गई।

एक दर्जन लोग हो चुके हैं शिकार
जिले में इस मानसूनी सीजन में पानी के हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। एक दर्जन से अधिक लोग पानी हादसों का शिकार हो चुके हैं। सरकार और प्रशासन द्वारा लोगों से नदी,बांध,एनीकट,तालाब आदि से दूर रहने की अपील भी की जा रही है। उसके बावजूद जान जोखिम में डालकर लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। पिछले मंगलवार को दो युवाओं की भी पार्वती नदी में डूब कर मौत हो गई थी।
मनियां थाना एसएचओ नरेश शर्मा ने बताया कि ऋषि पंचमी के पर्व पर बोथपुरा ग्राम पंचायत की बच्चियां अपने परिवार की महिलाओं के साथ पार्वती नदी में नहाने आई हुई थी। चार बच्चियां पैर फिसलने से अचानक डूब गई थी। एसडीआरएफ की टीम ने आज सोमवार को चारों बच्चियों के शव आज रेस्क्यू कर लिए है।


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