प्रतापगढ़। ( प्रियंका माहेश्वरी) ऋषि पंचमी व्रत रखकर पाप मुक्ति की कामना की: मासिक धर्म में आने वाली युक्तियां और महिलाएं सप्त ऋषि के श्राप से मुक्त होने के लिए रखती है यह व्रत। प्रतापगढ़। जिले भर में आज रविवार को ऋषि पंचमी का पर्व महिलाओं ने व्रत रख कर मनाया। महिलाओं ने सवेरे कुओं व नदी पर जाकर स्नान कर गोरेश्वर महादेव, गोतमेश्वर महादेव, रामकुण्ड सहित विभिन्न मंदिरों में पहुंचकर सप्तऋषियों का पूजन कर ऋषिपंचमी की कथा का वाचन किया।
पूरे दिन व्रत रखकर हल से बिना जोते अनाज, हामा (मोरधान)का सेवन किया। ऋषि पंचमी की कथा सुनी। ऋषि पंचमी का यह व्रत मासिक धर्म में आने वाली युक्तियां और महिलाए सप्त ऋषि भगवान के श्राप से मुक्त होने के लिए रखती है। मूंगाणा कस्बे में रामेश्वर मठ मंडी में भंवरपुरी महाराज द्वारा ग्रामीण सुहागिनी स्त्रियां एवं नव युक्तियां ने विधिवत ऋषि पंचमी व्रत का पूजन एवं कथा का श्रवण किया। महिलाओं के अशुद्धिकाल में भोजन बनने के कारण पाप दोष से मुक्ति पाने के लिए यह व्रत किया जाता है। इसमें सप्त ऋषियों की मूर्तियां के रूप में मिट्टी से बने हुए सात ऋषियों की प्रतिमा को प्रतीक मान कर कलश एवं फुल द्वारा यह व्रत किया जाता है तथा जिसमें सभी पापों से मुक्ति और बैकुंठ के लिए यह व्रत किया जाता है। घास के बने बीजों हामा का भोजन कर व्रत का उद्यापन किया। धरियावद | नगर में महिलाओं ने ऋषि पंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया।