ओम जी बोले पार्टी ने मुझे मोटरसाइकिल से चार्टर में घुमने लायक बनाया, मैं राज्यपाल बनकर आराम करने नहीं, काम करने जा रहा हूं।
ओम जी ने आम कार्यकर्ता को आगे बढ़ाने का काम किया- भजनलाल शर्मा
कुछ लोगों को पीतल की लोंग मिल जाती है, तो वे सराफ बन बैठते हैं -वसुंधरा राजे
मेरा और वसुंधरा राजे जी का संबंध आमरस जैसा- तिवाड़ी
ओम जी को संघ के कार्यक्रम में घोड़े पर ऐसा बैठाया की वे कभी घोड़ी पर नहीं बैठे- मदन राठौड़
लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। (नीरज मेहरा) सिक्किम का राज्यपाल बनाए जाने के बाद पहली बार जयपुर पहुंचे ओम प्रकाश माथुर का जयपुर के बिड़ला सभागार में नागरिक अभिनंदन किया गया। इस दौरान छात्र जीवन से लेकर अब तक उनके साथ जुड़े लोगों ने कई संस्मरण सुुनाए। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने तो ओम माथुर का अभिनंदन किया ही। प्रदेश के छोटे- छोटे कोने से भी सामान्य कार्यकर्ता पहुंचे और उन्होंने ओम माथुर का स्मृति चिन्ह भेंटकर अभिनंदन किया।
भजन लाल शर्मा- मुख्यमंत्री राजस्थान
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा की आपने एक-एक कार्यकर्ता को आगे बढ़ाने का काम किया है और उनका काम देखकर के उनको राजनीति में मजबूत करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने बताया की मेरी और ओम जी भाईसाहब की पहली मुलाकात स्टूडेंट लाइफ में हुई थी जब ने एबीवीपी से जुड़े थे। पहली बार मेरा आपसे जो मुलाकात हुई थी जब आप किसान संघ में काम करते थे और आप मोटरसाइकिल से हमारे दिलबाग सिंह जी से भरतपुर के अंदर उनका गांव धौलपुर और भरतपुर के बीच में खानपुर जयपुर आपका प्रवास करते थे। आपसे मैं विद्यार्थी परिषद में काम करता था उसे समय हुई थी महामंत्री के रूप में मेरी मुलाकात हुई और मैं सौभाग्यशाली रहा कि उसके बाद 1992 में मुझे भाई साहब ने राममंदिर आनंदोलन के दौरान और उसके बाद यूपी के विधानसभा चुनावों के दौरान 1994 में उत्तर प्रदे पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया था वहां आपके साथ जाने का मुझे सौभाग्य मिला इसके बाद आपके साथ काम करने का कई बार अवसर मिला। सीएम ने ओम माथुर की तारागढ़ से लोहागढ़ तक एक यात्रा का का जिक्र किया। राजस्थान में संगठन मंत्री के नाते आपने बहुत परिश्रम किया। आज भी हजारों की संख्या में कार्यकर्ता पार्टी में आपके साथ के लोग काम कर रहे हैं।
सिक्किम में मिला आपको बड़ा टास्क
मुख्यमंत्री बोले सिक्किम चारों और पड़ौसी देशों की सीमाओं से घिरा हुआ है ऐसे में लगता है केंद्र ने किसी बडे़ टास्क के साथ आपको वहां भेजा है।आप उसमें सफल रहेंगे और हम जैसे सभी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
वसुंधरा राजे बोले किसी को पीतल की फांस मिल जाए तो सराफ बन बैठता है।
पूर्व सीएम और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे बोले आजकल कार्यकर्ताओं को पीतल की फांस मिल जाए तो सराफ बन बैठते हैं लेकिन ओम जी हमने आपको देखा है आपको किसी भी पद पर बैठा दिया जाए आपके पैर हमेशा जमीं पर रहते हैं। इस दौरान उन्होंने कहा की आप बाहर से जितने सख्त दिखते है दिल से उतने ही नरम है। आपने देशभर में संगठन को मजबूत करने का काम किया है। राजस्थान में संगठन को खड़ा करने में आपका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस दौरान वसुंधरा राजे ने कहा की लोग सोचते है राज्यपाल बनाकर आपको रबड़ स्टम्प बना दिया। लेकिन मेरा मानना है की राज्यपाल बहुत पावरफुल होता है। आप किसी भी विधेयक को वापस लौटा सकते हैं। उसे पारित करने के लिए राष्ट्रपति को भेज सकते हैं। यहां तक की सरकार को बर्खास्त करने के लिए राष्ट्रपति को सिफारिश भी कर सकते हैं। राजे ने राज्यपाल की पावर गिनाई। राजे ने कहा की आप राज्यपाल बनकर भी शांत नहीं रहेंगे वहां भी अपनी छाप छोडेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने ओम जी से 50 साल पुराने राजनैतिक संबंधों को याद करते हुए कई किस्से सुनाए। सबसे रौचक मदन जी राठौड़ ने बताया की एक बार पाली में संघ का पथ संचलन हो रहा था। उस समय घोड़े पर बैठकर संघ के नेतृत्व करना था । घोड़ा बैंड की आवाज से बार- बार बिदक रहा था। तब ओम जी भाईसाहब ने न केवल उस घोड़े को काबू किया अपितू उस पर सवारी कर उसका पथ संचलन का नेतृत्व किया। बस उस दिन ओम जी भाई साहब को संघ ने घोड़े पर ऐसा बैठाया की पूरी जिंदगी वे कभी घोड़ी पर नहीं बैठ सके (विवाह नहीं किया)। मदन राठौड़ ने राजनीतिक सफर के कई किस्से सुनाए । राठौड़ ने कहा की आपने संगठन को बहुत मजबूत किया है। आपको पार्टी ने जहां भी लगाया वहीं पार्टी की सरकार बनी है।
घनश्याम तिवाड़ी बोले ओम जी पग फैरा तगड़ा है, जहां जाते है वहीं विजयश्री
राज्यसभा सांसद बोले ओम जी का पगफैरा तगड़ा है जहां भी गए वहीं बीजेपी की सरकार बनी। यूपी, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, गुजरात, मध्यप्रदेश जहां भी भेजा गया वहीं पार्टी की सरकार बनी। मेरा और उनका राजनीतिक कैरियर लगभग साथ- साथ का सा है। हमने जीवन में खूब उतार चढ़ाव देखे । घनश्याम तिवाड़ी ने कहा की मेरा और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का संबंध आमरस जैसा है। कुछ खट्टा- कुछ मिट्टा। तिवाड़ी बोले ओम जी भले ही महामहिम बन गए हों लेकिन मेरे लिए हमेशा ओम जी ही रहेंगे। इस दौरान उन्होंने एक बार की राजनीतिक भूल कांग्रेस में शामिल होने का जिक्र भी किया। तिवाड़ी ने कार्यकर्ताओं को नसीयत दी की मेरी तरह ये भूल मत करना , पार्टी में देर सवेर सबको कुछ न कुछ मिलता है। बस ईमानदारी से काम करो।
राजेंद्र राठौड़ बोले जब पर्ची पर नाम लिखने से बन गया चिकित्सा राज्यमंत्री
पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया की बात 1992- की है भैरोसिंह सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार होना था। राज्यपाल की ओर से जारी सूची में मेरा नाम नहीं था। तब संगठन महामंत्री के नाते ओम जी भाई साहब ने मेरा और एक अन्य नाम शेखावत जी सी सिफारिश करके अंतिम समय में जुड़वाया। राजभवन को भी पुरानी सूची संशोधित करनी पड़ी और मैं पहली बार चिकित्सा राज्य मंत्री बना। ओम जी भाई साहब ने जिसका भी साथ दिया दिल से दिया। उन्होंने पार्टी के विस्तार का काम किया। मंच संचालन भी राजेंद्र सिंह राठौड़ ने किया।
ओम माथुर बोले मैं काम करने जा रहा हूं , आराम करने नहीं
ओम माथुर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की मुझे लगता है की मैं कुछ प्रोटोकॅाल में बंध गया। थोड़ा असहज महसूस करता हूं। लेकिन मैं वहां भी काम करने गया हूं आराम करने नहीं। उन्होंने कहा की राज्यपाल के पास बहुत पावर है जिसके आधार पर वह काम करके लोगों को राहत दे सकता है। माथुर ने कहा की में किसान संघ में जब था 12 साल तक चौमूं हाऊस के एक गैराज में रहा। मोटर साइकिल पर पूरे राजस्थान में चलकर संगठन को खड़ा किया। आज तो बहुत सुविधाएं है। पार्टी ही है जिसने मुझे मोटरसाइकिल से चार्टर में बैठने लायक बनाया। इस दौरान उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष के दिनों को याद किया। पीएम मोदी के साथ संगठन के दौरान और वर्तमान के संबंधों को याद किया। साथ ही कहा की प्रोटोकॅाल है इसलिए सबको बातों को साझा नहीं किया जाता है। लेकिन ये बीजेपी ही है जहां सामान्य कार्यकर्ताओं को भी वक्त आने पर बहुत कुछ मिलता है। इसलिए आप पार्टी का काम करते रहे। उन्होंन नागरिक अभिनंदन के लिए रामचरण बोहरा, डॅा.एस. एस अग्रवाल, उपमहापौर पुनीत कर्णावट सहित पूरी आयोजन समिति और कार्यक्रम में पहुंचे कार्यकर्ताओं का आभार जताया।
अरुण चतुर्वेदी ने पढ़ा अभिनंदन पत्र
ओम माथुर को सिक्किम का राज्यपाल बनाए जाने पर जयपुर के कार्यकर्ताओं की ओर से भेंट किए जाने वाले अभिनंदन पत्र को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने पढ़कर सुनाया। उन्होंने भी इस दौरान अपने संस्मरण सुनाए।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
समारोह में मंच पर सीएम भजन लाल शर्मा, पूर्व सीएम वसुंधऱा राजे, प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह राठौड़, डिप्टी सीएम दिया कुमारी, डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, राजेंद्र सिंह राठौड़, जयपुर की सांसद मंजू शर्मा, राव राजेंद्र सिंह , राज्य मंत्री मंडल के अधिकांश सदस्य, विधायक , पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद पूर्व विधायक, प्रदेशभर के कार्यकर्ता, संगठन और पार्टी से जुड़े लोग अभिनंदन समारोह में मौजूद रहे।
इन समाजों ने किया सम्मान
राज्यपाल ओम माथुर का 36 सामाजिक संगठनों ने अभिनंदन किया। इनमें ब्राह्राण , वैश्य, अग्रवाल, खंडेलवाल, विजयवर्गीय, राजपूत, जाट, बैरवा, माली, गुर्जर,धाकड़ छिंपा,मीणा, माथुर, जैन, कायस्थ, अंबेडकर वेलफेयर सोसायटी, मेघवाल, बलाई, रैगर, वाल्मिकी ,मुस्लिम , सिख सहित कई समाजों के प्रतिनिधियों ने स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया। इसके साथ ही कई कार्यकर्ता और सामान्य लोग जिनका कभी न कभी ओम जी भाईसाहब से जुड़ाव रहा वे भी उनका सम्मान करने पहुंचे। एक बार तो मंच पर सम्मान करने वालों की भीड़ लग गई। कई बार मंच से व्यवस्था संभालनी पड़ी। करीब एक घंटे तक चले सम्मान समारोह में लोगों को इंतजार करना पड़ा।