मरने से पहले मुख्यमंत्री के नाम लिखा सुसाइड नोट
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम लिखा सुसाइड नोट कुछ अधिकारियों एक पत्रकार पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप सजा देने की की मांग
लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर । भांकरोटा थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा ने थाना परिसर में बने क्वार्टर में ही सुसाइड कर लिया । बताया जा रहा है कि मरने से पहले बाबूलाल बैरवा ने एक सुसाइड नोट भी फेसबुक पर वायरल किया है, जिसमें उसने थाना स्टाफ पर प्रस्ताड़ित करने का आरोप लगाया है ।हालांकि यह सुसाइड नोट पुलिस वालों को जानकारी मिलते ही उसके फेसबुक पेज से हटा लिया है ।लेकिन परिजनों का आरोप है कि हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा को थाने में लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था ,जिसके चलते वह कई दिनों से मानसिक रूप से तनाव में था । हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा ने कमरे में पंखे से लटककर जान दी। पुलिस शव को उतार कर , जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में लेकर गई ,जहां शव का पोस्टमार्टम कर लिया गया है । आपको बता दे की बाबूलाल बैरवा जयपुर के ही बोबास गांव का रहने वाला था। किसान परिवार से आने वाले बाबूलाल बैरवा के परिवार में बाबूलाल की पत्नी, उनके बच्चे और माता-पिता है ,जो खेती, किसानी करते हैं । बाबूलाल बैरवा के मरने की सूचना के परिवार में कोहराम मच गया है। बाबूलाल बैरवा की परिवार में सबसे बड़ा और कमाने वाला व्यक्ति था । घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग थाने भी पहुंचे हैं और एसएमएस अस्पताल में पहुंच रहे हैं। वहीं बैरवा समाज के लोगों ने सरकार से मृतक के परिजनों को एक करोड़ रूपया और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। साथ ही हेड कांस्टेबल के उस सुसाइड नोट को भी सार्वजनिक करने की मांग की है ,जिसमें उसने थाना के मौजूदा स्टाफ पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन सबके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ंजिन्होंने उसे मरने पर मजबूर कर दिया। परिजनों का भांकरोटा थाना के स्टाफ पर मामले को रफा दफा करने की कोशिश का आरोप लगाया है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हो जिन्होंने हेड कांस्टेबल को करने के लिए मजबूर किया है ,उनको सबको सजा मिलनी चाहिए।
मृतक हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम से सुसाइड नोट छोड़कर कुछ पुलिस अधिकारियों के नाम लिखे हैं ,आत्महत्या करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।