संत गुरू घासीदास बाबा के विचार व संदेश प्रासंगिक: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

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मिनीमाता निर्वाण दिवस एवं जिला स्तरीय शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री

ममतामयी मिनीमाता ने आजीवन नारी शक्ति को बढ़ाने, अस्पृश्यता को दूर करने का कार्य किया

शासकीय नवीन महाविद्यालय ठेलकाडीह का नाम संत गुरू घासीदास बाबा के नाम पर रखने की घोषणा

सोनेसरार, साकरदाहरा, मोतीपुर में सतनाम भवन निर्माण एवं सतनाम भवन राजनांदगांव में मंच निर्माण के लिए 10-10 लाख रूपए की मंजूरी

पॉलीटेक्निक कॉलेज राजनांदगांव में मिनीमाता की प्रतिमा लगाने के लिए 5 लाख रूपए की घोषणा

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

राजनांदगांव। अनुपम अवस्थी ब्यूरो चीफ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज पùश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम राजनांदगांव में आयोजित ममतामयी मिनीमाता निर्वाण दिवस एवं जिला स्तरीय शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, सांसद संतोष पाण्डेय, विधायक आरंग गुरू खुशवंत साहेब एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मौके पर शासकीय नवीन महाविद्यालय ठेलकाडीह का नाम संत गुरू घासीदास बाबा के नाम पर रखने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सोनेसरार, डोंगरगांव विकासखड के ग्राम साकरदाहरा, राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम मोतीपुर में सतनाम भवन निर्माण एवं सतनाम भवन राजनांदगांव में मंच निर्माण के लिए 10-10 लाख रूपए तथा शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज राजनांदगांव में ममतामयी मिनीमाता की प्रतिमा स्थापना के लिए 5 लाख रूपए दिए जाने की घोषणा की। इस अवसर पर सतनामी समाज द्वारा मुख्यमंत्री को साफा पहनाकर आत्मीय अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री ने सभी को हर घर तिरंगा कार्यक्रम अंतर्गत राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के सम्मान के लिए शपथ दिलाई।


मिनीमाता को दी श्रद्धांजलि अस्पृश्यता दूर करने में रहा बड़ा योगदान
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ममताम
यी मिनीमाता को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने जिला सतनामी सेवा समिति के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई दी और कहा कि सभी संत गुरू घासीदास बाबा के पथ पर चलते हुए सतनामी समाज को शिक्षा एवं विकास के हर क्षेत्र में आगे बढ़ा़एं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद ममतामयी मिनीमाता पहली महिला सांसद रही हैं। अविभाजित मध्यप्रदेश में कार्य करते हुए उन्होंने आजीवन नारी शक्ति को आगे बढ़ाने, अस्पृश्यता को दूर करने का कार्य किया।

गुरु घासीदास बाबा ने छुआछूत और भेदभाव मिटाने के लिए किया बड़ा काम

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि संत गुरू घासीदास बाबा ने 18वीं सदी में मनखे-मनखे एक समान का संदेश दिया तथा समाज में व्याप्त छूआ-छूत एवं भेदभाव को दूर करने के लिए उनके संदेश आज भी मार्गदर्शक एवं प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि संत गुरू घासीदास बाबा के विचार एवं उनके संदेशों का अनुकरण करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार मोदी की गारंटी को पूरा करने का कार्य कर रही है। सरकार द्वारा किसानों, महिलाओं, युवाओं एवं विभिन्न वर्गों के हित में कार्य किया जा रहा है।

संत गुरू घासीदास बाबा का आर्शीवाद ऐसे ही बना रहे और हम आम जनता के हित में कार्य कर सकें। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा गिरौदपुरी में जैतखाम के निर्माण, प्रदेश में सतनामी समाज के लिए भवन, सांस्कृतिक पंथी नृत्य को बढ़ावा देने के लिए उनके अवदानों को स्मरण किया।

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