महात्मा बुद्ध, ज्योतिबा फुले, बिरसा मुंडा,डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के छायाचित्र पर माल्यार्पण
हमे अपनी संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए:-बाबूलाल मीणा

फुलेरा ( हेमन्त शर्मा वरिष्ठ संवाददाता लोक टुडे न्यूज

नेटवर्क ): कस्बे के रेल परिसर स्थित रेलवे एस सी एस टी कार्यालय पर शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस रामजीलाल मीणा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थानाधिकारी बाबूलाल मीणा रहे तो वही विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रेमचंद वर्मा, पार्षद प्रमोद मीणा, मुन्ना लाल मीणा आदि ने शिरकत की। आगुंतक अतिथियों ने महात्मा बुद्ध, महात्मा ज्योतिबा फुले, बिरसा मुंडा, डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया। फिर अतिथियों का एच के मीणा, लालचंद मीणा ने माल्यार्पण कर स्वागत अभिनंदन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए थानाधिकारी बाबूलाल मीणा ने कहा की राजस्थान की गत सरकार द्वारा विश्व आदिवासी दिवस पर समाज को अधिक सम्मान मिले इसके लिए 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था और पहला राज्य स्तरीय समारोह बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम पर आयोजित किया गया था।

आगे इसी क्रम में उन्होंने कहा की हमे अपनी संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए। पार्षद प्रमोद मीणा ने कहा की आदिवासी शब्द आदि और वासी दो शब्दो से मिलकर बना होता है जिसका अर्थ है आदिकाल से इस देश में निवास करने वाले, अर्थात मूल रूप से भारत में रहने वाले लोग। पार्षद मीणा ने कहा की बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश राज के दौरान 19 वीं शताब्दी के अंत में बंगाल प्रेसीडेंस में हुए एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया, जिससे वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गए। भारत के आदिवासी उन्हें भगवान मानते हैं और ‘धरतीबा’ के नाम से भी जाना जाता है। कार्यक्रम के अंतर्गत समाज की प्रतिभाओं का सम्मान किया गया और सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी गई। इस मौके पर लाट साहब मीणा सहित कई लोग उपस्थित रहें।

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