राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने किया प्रेस से संवाद

खिलाड़ियों को सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जाएगा

राजस्थान सभी क्षेत्रों में आगे बढ़े, इसके लिए मिलजुल कर करेंगे प्रयास

जयपुर। (नीरज मेहरा वरिष्ठ संवाददाता ) राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने कहा है कि राजस्थान में उच्च शिक्षा के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता के साथ विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता विकास के लिए कार्य होंगे। कुलाधिपति के रूप में प्रयास रहेगा कि राजस्थान के विश्वविद्यालय पूरे देश में और विश्व भर में रैंकिंग में आगे रहेे। यहां के विश्वविद्यालय ऊंचाई पर जाए, यह प्राथमिकता रहेगी।

बागडे राजभवन में शपथ ग्रहण के बाद आयोजित मीडिया—संवाद में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में छत्रपति संभाजी नगर में और दूसरे स्थानों पर बहुत से राजस्थानी रहते हैं। महाराष्ट्र और राजस्थान का एक निकट का नाता बना हुआ है। प्रयास करेंगे कि दोनों के रिश्तों में मिलजुलकर सहकारिता की सोच के तहत राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि सहकारिता के अंतर्गत सोच बदलने के लिए कार्य होगा।

बागडे के इन बयानों के आधार पर स्पष्ट हो गया कि राज्यपाल केवल स्टांपिंग राज्यपाल नहीं रहेंगे। वे अपनी पावर का यूस करेंगे और अपनी जो सोच है उसे क्रियान्वित भी करेंगे। वरना देखा यह जाता है कि अधिकांश राज्यपाल सिर्फ सिंबॉलिक काम करते हैं । लेकिन राज्यपाल बागडे के बयानों से साफ लगता है कि वह कुछ करने के का इरादा रखते हैं और अपनी सोच को वह यहां पर सीकार भी करेंगे ।इसलिए राजस्थान के नवनियुक्त राज्यपाल हरीभाऊ किसनराव बागड़े राजस्थान के लिए सक्रिय और अच्छे राज्यपाल साबित होंगे। शपथ ग्रहण के साथ ही राज्यपाल ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। वे किसी की कठपुतली बनकर रहने वाले नहीं है।

दुग्ध व्यवसाय और सहकारिता पर रहेगा फोकस

उन्होंने कहा कि दुग्ध व्यवसाय से भी उनका निकट का नाता रहा है। गरीब लोगों को, जिनके पास खेती भी नहीं है—उनके लिए यह व्यवसाय बहुत लाभकारी हो सकता है। ऐसे लोगों को दुग्ध व्यवसाय में आगे बढाने के लिए कार्य होगा। उन्होंने कहा कि ओलम्पिक में कईं सालों से भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ओलम्पिक में भारत का नाम हो, इसके लिए खिलाड़ियों को सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

उद्यमिता को प्रोत्साहन देने वाले पाठ्यक्रमों को बढ़ावा

राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत उद्यमिता को प्रोत्साहन देने वाले पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देकर कार्य करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि युवाओं को कृषि और पारम्परिक व्यवसायों के लिए कौशल विकास से जोड़ा जाए। उन्होंने इसके लिए विश्वविद्यालयों में उद्योगों से समन्वय कर सीएसआर के तहत युवाओं को लाभान्वित करने की दिशा में काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में सहकारिता आंदोलन कैसे गति पकड़े, इसके लिए विशेष प्रयास करेंगे।

शिक्षा के व्यावसायिकरण और निजी शिक्षा की अव्यवस्थाओं को करेंगे दूर

कुलाधिपति के रूप में शिक्षा के व्यावसायिकरण और निजी क्षेत्र के अंतर्गत शिक्षा की अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगें। उन्होने कहा कि संविधान के लिए राजस्थान में बहुत महत्वपूर्ण कार्य कलराज मिश्र ने किए हैं। प्रयास करेंगे कि उनके किए कार्यो को आगे बढ़ाते हुए संविधान सर्वोच्च है, इस सोच को युवाओं में आगे बढ़ाते हुए उन्हें अधिकारों के साथ देश के प्रति कर्तव्य बोध से जोड़ने की दिशा में भी निरंतर कार्य हो।

जनजाति क्षेत्रों पर भी विशेष ध्यान

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर देश में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के लिए महती कार्य हुए हैं। राजभवन में राजस्थान में रहने वाले दूसरे प्रदेशों के निवासियों से भी राजभवन का सतत संपर्क और संवाद रहे ताकि उनकी सहभागिता से राजस्थान को सभी क्षेत्रों में अग्रसर किया जा सके। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र और सहकारिता क्षेत्र में राजस्थान महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। मेरा प्रयास रहेगा कि इन क्षेत्रों से जुड़ी गतिविधियों का जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रो में विशेष क्रियान्वयन किया जाए।

सार्वजनिक क्षेत्र में जन-कल्याण के लिए समर्पित करने का संकल्प

हरिभाऊ किसनराव बागडे ने कहा कि गौरवशाली परम्पराओं और देश के पहले स्वाधीनता सेनानी महाराणा प्रताप की आन-बान और शान की इस धरती पर राज्यपाल के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है। मैं शिवाजी महाराज की गौरव भूमि महाराष्ट्र से आया हूं। जिस परिवेश में पला-बढ़ा हूं, उसके अंतर्गत जनता से सदा सीधे सरोकार रहा है। राजनीति में इसी उद्देश्य से आना हुआ कि सार्वजनिक क्षेत्र में जन-कल्याण के लिए अपने को समर्पित करूं।

पीएम मोदी के विकसित भारत की संकल्प को करेंगे पूरा

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर प्रारंभ ’विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को जल्द से जल्द प्राप्त करने के लिए कृषि और सहकारिता को केन्द्र में रखकर कार्य करने मेरी प्राथमिकता रहेगी। प्रयास रहेगा कि जनजातीय क्षेत्रों के विकास के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करवाकर उनके लिए व्यावहारिक रूप में कार्य करूं।


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