
डॉ. श्वेता गर्ग, धीरेन्द्र तिवारी ने कथक मचाई दामाद धमाल
जयपुर। विश्व नृत्य दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को राजस्थान इंटरनेशनल सैंटर के मिनि ऑडिटोरियम-प्रथम में नृत्यों का खास कार्यक्रम ‘नृत्यति’ आयोजित किया गया। इस मौके पर एक ओर जहां कथक के जयपुर घराने की जानी-मानी नृत्यांगना डॉ. श्वेता गर्ग और दिल्ली के जाने-माने कथक नर्तक धीरेन्द्र तिवारी की प्रस्तुतियों में उनके अनुभव की अनुभूतियों ने वहां मौजूद कथक प्रेमियों की जमकर दाद बटोरी वहीं कथक नृत्य की साधना में लगे अनेक युवक-युवतियों ने भी उनको मिले सबक का मनोयोग से प्रदर्शन किया। ‘नृत्यति’ समारोह दो सत्रों में आयोजित किया गया।

पहले सत्र में रूबरू हुई पं. गिरधारी महाराज की शिष्य मंडली
नृत्य का पहले सत्र के मुख्य अतिथि राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के पूर्व अध्यक्ष अशोक पंड्या थे। इस मौके पर कथक के जयपुर घराने के वरिष्ठ नृत्य गुरू पं. गिरधारी महाराज की शिष्य मंडली ने उनके द्वारा स्थापित लक्ष्मीनारायण नृत्य आश्रम के बैनर पर कौशल कांत पंवार के सह निर्देशन में शिव स्त्रोत्तम, तराना और शुद्ध कथक की प्रस्तुति दी। अशोक पंड्या और गिरधारी महाराज ने सभी शिष्याओं को स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया।

दूसरे सत्र में रूबरू हुए डॉ. श्वेता गर्ग और धीरेन्द्र तिवारी
समारोह के दूसरे सत्र की शुरूआत श्वेता गर्ग के नृत्य से हुई। इस मौकेे पर डॉ. श्वेता गर्ग ने तीन ताल 16 मात्रा में जयपुर घराने के कथक के विभिन्न तकनीकी पक्षों का मनायोग से प्रदर्शन कर वहां मौजूद कथक प्रेमियों की जमकर दाद बटोरी। उधर श्वेता की शिष्य मंडली ने उनके द्वारा स्थापित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कथक डांस एंड म्यूज़िक के बैनर पर एक ताल 12 मात्रा में कथक की बारीकियों के अलावा चतुरंग प्रस्तुति के जरिए वर्षा ऋतु के सौन्दर्य का नृत्यमयी बखान किया।

धीरेन्द्र तिवारी ने किया राम का गुणगान
दिल्ली से आए अतिथि कलाकार धीरेन्द्र तिवारी ने इस मौके पर कथक विभिन्न पारंपरिक स्वरूपों का प्रदर्शन करने के बाद राम भजन से अपने कार्यक्रम का समापन किया।
इससे पूर्व समारोह की मुख्य अतिथि संस्कृतिकर्मी अपरा कुच्छल ने दीप प्रज्जवलित कर समारोह का उद्घाटन किया।अपरा ने इस मौके पर अतिथि कलाकार धीरेन्द्र तिवारी का सम्मान किया साथ ही समारोह में शिरकत करने वाले युवा कलाकारों को भी प्रमाण पत्र आदि देकर सम्मानित किया।