सचिन पायलट 11 जून को नहीं करेंगे कोई बड़ा एलान

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कांग्रेस पार्टी में ही बने रहेंगे सचिन पायलट

पायलट 75 गहलोत 125 सीटों का करेंगे बंटवारा

जयपुर 11 जून को पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि है और दौसा के भंडारा स्थित स्मृति स्थल पर एक बड़ी सर्वधर्म सभा का आयोजन किया जाएगा। इस सर्वधर्म सभा को लेकर इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है कि जैसे सचिन पायलट इस दिन कोई बड़ी घोषणा करने वाले हैं । यहां तक कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अपनी पार्टी की लॉन्चिंग करने वाले हैं । लेकिन सचिन पायलट के नजदीकी लोगों को कहना है कि यह सिर्फ मीडिया के एक धड़े की कयास बाजी है। इसके अलावा कुछ भी नहीं है। सचिन पायलट 11 जून को किसी भी तरह की कोई नई पार्टी का ऐलान नहीं कर रहे हैं ८और ना ही किसी पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। यह उनका भावनात्मक मामला है ।क्योंकि उनके पिता स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि है । इसलिए हर साल की तरह भंडाना में उनकी स्मृति स्थल पर सर्व धर्म सभा का आयोजन किया गया है। इसी दिन दोसा शहर में गुर्जर छात्रावास में राजेश पायलट की प्रतिमा का अनावरण करेंगे और सभा को संबोधित भी करेंगे। इसकी तैयारियां की जा रही है कृषि मंत्री मुरारी लाल मीणा, बांदीकुई के विधायक जी आर खटाणा और अन्य स्थानीय नेता सचिन पायलट के कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हुए हैं । जीआर खटाना का कहना है कि जिस तरह की मीडिया के कुछ लोग और सोशल मीडिया पर लगातार इस बात के कयास बाजी लगा रहे हैं कि सचिन पायलट 11 जून को बड़ी घोषणा करेंगे। नई पार्टी बनाएंगे या किसी पार्टी में शामिल होंगे। यह सिर्फ भर्म फैलाने की कोशिश से उन्हें बदनाम करने की साजिश है । सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी में ही बने रहेंगे और कांग्रेस पार्टी में ही रहकर वह काम करेंगे। हालांकि पायलट विरोधी लगातार इस बात का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि सचिन पायलट कैसे भी करके कांग्रेस पार्टी छोड़ जाए। लेकिन जिस पार्टी को अपने खून पसीने से से चाहो उस पार्टी को कोई व्यक्ति ऐसे ही नहीं छोड़कर जाएगा।

फाइल फोटो

पायलट 75 और गहलोत 125 पर अरे अरे पटना पढ़न

वहीं दूसरी और कुछ लोग कयास लगा रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी में बड़े स्तर पर सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भूमिका तय होगी । बताया जा रहा है कि सचिन पायलट को 75 उम्मीदवारों को टिकट दिलाने और गहलोत को सवा सौ सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने की जिम्मेदारी मिल सकती है। उसके साथ ही चुनाव अभियान समिति का चेयरमैन सचिन पायलट को बनाया जा सकता है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव इसके समर्थक सबसे ज्यादा समय तक चुनाव जीतकर पहुंचेंगे वहीं मुख्यमंत्री का निर्णय करेंगे।

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