जयपुर
–चाकसू नगरपालिका चेयरमैन कमलेश बैरवा ने समाज को दिया अलग संदेश,
–अनुज विमलेश की शादी में नेग में एक रुपया लेकर बिना दहेज के निभाई शादी की सभी रश्मे,
जयपुर । जहां इन दिनों लोगों में दहेज लेने की होड़ मची है और इस होड़ के चलते बहुत से बेटियों के बाप अपनी बेटी के हाथ पीले करने के लिए अपना घर बार तक गिरवी रख देते हैं ,या बेच देते हैं । लेकिन इसके बावजूद भी दहेज लोभियों का लोगों का पेट नहीं भरता है ,ऐसे समय में कोई ₹1 में अगर शादी करें तो यह अपने आप में समाज के लिए मिसाल ही है । कुछ ऐसा ही मामला आया है जयपुर जिले के चाकसू कस्बे का । ज़िले के चाकसू में नगरपालिका चेयरमैन कमलेश बैरवा ने अपने भाई विमलेश बैरवा की शादी बिना दहेज कर मिसाल पेश की है। वधु पक्ष से सिर्फ नेग में एक रुपया लेकर बिना दहेज के शादी की सभी रश्मे पूरी समाज को संदेश दिया है।
गौरतलब हैं कि दौसा शहर के मलारना निवासी स्वर्गीय रामगोपाल की बेटी माया से 4 नवम्बर को चाकसू निवासी मोतीलाल बैरवा के बेटे विमलेश की शादी हुई। वधु पक्ष ने फेरे की रस्मों के बीच लेनदेन, नकदी सहित सभी रीति-रिवाज पूरे करने की जिद की। लेकिन वर दूल्हे के पिता मोतीलाल व भ्राता कमलेश बैरवा ने शादी में दहेज से जुडी हर चीज लेने के लिए साफ मना कर दिया, केवल नेग सगुन के तौर पर वधू पक्ष से कन्या कलश एक रुपया नारियल लेकर समाज में व्याप्त दहेज जैसी कुप्रथाओं से समाज को दूर करने का संदेश दिया।
इस मौक़े पर वर (दूल्हे) के भ्राता चाकसू के नगरपालिका चेयरमैन कमलेश बैरवा ने कहा कि समाज में फैली दहेज जैसी समाजिक पुरानी कुप्रथाओं को हमें दूर करना चाहिए। उन्होंने डॉ.बाबा साहेब अंबेडकर के अनुसरण पर समाज को जाग्रत करने और अपने राजनीतिक गुरु क्षेत्रीय विधायक वेदप्रकाश सोलंकी से प्रेरणा लेकर अन्य लोगों से भी आह्वान किया कि वे दहेज जैसी सामाजिक बुराई को मिटाने का काम करें। दहेज लेना व देना दोनों ही एक सामाजिक बुराई है ,जो समाज व युवा पीढ़ी को कमजोर बना रही हैं। इस शादी समारोह की आसपास के इलाके में खूब चर्चा रही, इस मौक़े पर नगरपालिका चेयरमैन कमलेश बैरवा के साथ सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश मास्टर सहित समाज के प्रभुद्ध लोग मौजूद थे ।