
जयपुर। सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा का कहना है कि यदि जालोर के सायला में मृत छात्र इंद्र मेघवाल को न्याय नहीं मिला तो वे बसपा से कांग्रेस में आए सभी 6 विधायक अपने पदों से इस्तीफा दे देंगे। लेकिन किसी के साथ भी न्याय नहीं होना चाहिए। गुढ़ा ने कहा कि आरोपी छैल सिंह ने बच्चे से मारपीट की बात स्वीकारी है लेकिन जो मटके से पानी पीने और छुआछूत के आधार पर मारपीट का आरोप लगाया जा रहा है इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे बचपन से दलितों को घोड़ी पर बैठाने वाले व्यक्ति है। उन्होंने हमेशा सामाजिक सौहार्द का काम किया है। बाबा रामदेव जी पूजे जाते है तो डाली बाई भी पूजी जाती है। इसलिए इस घटना को किसी भी जाति से जोड़ने की जरुरत नहीं है। किसी ने अपराध किया है तो इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। दोषी हो तो सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ नेता इसे जानबूझकर छूआछूत से जोड़कर देख रहे हैं जो की सरासर गलत है।
अपराधी को मिले फांसी, राजपूत समाज को न करें टारगेट
जिसने अपराध किया है। उसे सजा मिले। कोर्ट भले ही उसे फांसी की सजा दे। लेकिन एक अपराधी की आड में किसी को राजपूत समाज को टारगेट करने नहीं दिया जाएगा। मैं खुद इस घटना की निंदा करता हूं। इंद्र मेघवाल को न्याय मिले इसके लिए सरकार पर दबाब बनाएंगे। लेकिन दूसरे नेताओं को इस प्रकरण से पूर्व के प्रकरणों पर भी प्रकाश डालना चाहिए।
डांगावास में आरोपियों को सजा क्यों नहीं
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा की डांगावास प्रकरण में दलितों को ट्रैक्टर से कुचलकर मार दिया गया था। पूरा का पूरा गांव घर बार छोड़कर भाग गए थे। तब इन नेताओं को क्या हो गया था। किसने किसी अपराधी की सजा की मांग की। कोई भी नहीं बोला। इसका कारण है कि डांगावास प्रकरण में सभी आरोपी बरी हो गए। अब जातिवाद के चश्में से पूरे प्रकरण को देखना सरासर गलत है।