एकनाथ शिंदे गुटको लगा सुप्रीम कोर्ट का झटका
नई दिल्ली। शिवसेना किसकी बाला साहब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे की या फिर शिवसेना से बगावत करके भाजपा से मिलकर सरकार बनाने वाले एकनाथ शिंदे की बालासाहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे की दावे के विरोध में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में दोनों ही पक्ष अपनी अपनी बात रख रहे हैं। एकनाथ शिंदे खेमे का चुनाव आयोग में कहना है कि पार्टी के अधिकांश विधायक और सांसद उनके साथ है। ऐसे में शिवसेना पर उनका ही अधिकार है और उन्हें अब शिवसेना के चुनाव से धनुष तीर दिया जाए। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का कहना है की एकनाथ शिंदे और विधायक और सांसद शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ कर जीते थे गए हैं और पैसों के लालच में इन्होंने पार्टी छोड़ी है और पार्टी तोड़कर इन्होंने दूसरी पार्टी से हाथ मिला कर सरकार बनाई है इनका पार्टी पर कोई अधिकार नहीं है क्योंकि पूरा का पूरा संगठन हमारे साथ है दोनों गुटों की बात सुनने के बाद “सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से शिंदे खेमे के द्वारा असली शिवसेना के तौर पर मान्यता देने और चुनाव चिन्ह धनुष और तीर के निशान के आवंटन के आवेदन पर रोक लगाई है।”