टोंक।( कजोड़मल गुर्जर संवाददाता) शहर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे और स्टेट हाइवे पर हादसे रोकने के दावे कागजी साबित हो रहे हैं। हाईवे पर सड़क सुरक्षा नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है।
हाइवे पर रोजाना एक दो एक्सीडेंट की खबर सामने आती हैं। बावजूद इसके NHAI और परिवहन विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते। जिले भर के हाइवे पर आवारा जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है। ऐसे में हाइवे से गुजरने वाले तेज रफ्तार वाहन इन जानवरों की चपेट में आ जाते हैं। NHAI और परिवहन विभाग को संयुक्त अभियान चलाने की जरूरत है।
जबकि पिछले दिनों सड़क सुरक्षा के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए गए लेकिन धरातल की तस्वीरें सच्चाई कुछ और ही नज़र रही है।
जबकि दूसरी ओर हाईवे कंपनियों द्वारा मनमर्जी का टोल वसूली कर रहीं है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर सिर्फ़ खानापूर्ति हो रही है।