पेड़ लगाने से महत्वपूर्ण है, पेड़ को पाल- पोसकर बड़ा करना- डा हरसहाय मीणा
सांसे हो रही है, कम आओ पेड़ लगाये हम- सुमन मीणा
जमवारामगढ़, जयपुर । (लोक टुडे संवाददाता ) श्री लक्ष्मी नारायण मीणा मेमोरियल ट्रस्ट कानडियावाला के संरक्षक ट्रस्ट संरक्षक ड़ा. हरसहाय मीणा एवं ट्रस्ट अध्यक्ष सुमन मीणा रविवार को पंचायत समिति जमवारामगढ़ की ग्राम पंचायत डयोड़ा ड़ूंग़र,भावपुरा एवं मानोता के राजस्व गांव कानडियावाला के नवनिर्मित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर परिसर,श्री सीताराम जी मंदिर भूमि – खेल मैदान,कोट की ढाणी , श्मसान घाट एवं मुख्य गाँव ड्योढ़ा डूंगर , संस्कृत विधालय मानोता,बिजली ग्रिड आरवाडी,मानोता- भावपूरा सड़क नाडा- भावपुरा में वृक्षारोपण किया । कार्यक्रम आयोजित कर बड़,पीपल,नीम, जामुन,करंज,सरस,केशिया शामिया,कचनार आदि के छायादार एवं आम,अमरूद,गूलर, कटहल,जामून नींबू आदि के फलदार 151 पेड़ पौधें लगाये गये तथा सैकडो पौधे वितरित किए गये। पर्यावरण प्रेमी जोड़ी ने छायादार एवं फलदार पेड़ पौधें लगाकर
ग्रामीणो को सुरक्षा की जिम्मेदारी सोपी।
ट्रस्ट अध्यक्ष सुमन मीणा की ओर से पेड़ लगाओ-जीवन बचाओ अभियान 2024 के तहत वृक्षारोपनकर ग्रामीण सावधान इंडिया की ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए और उनका संरक्षण करें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ट्रस्ट संरक्षक डा हरसहाय मीणा मीणा ने कहा कि मनुष्य का अस्तित्व प्रकृति से जुड़ा हुआ है। प्रकृति से हुई छेड़छाड़ की भरपाई नहीं की गई तो इसके गंभीर परिणाम प्राकृतिक आपदाओं के रूप में भुगतने होंगें। उन्होंने यह भी कहा की हम सब लोगों को मिलकर अधिक से अधिक पेड़ पौधें लगाकर धरती का क़र्ज़ चुकाना है। हम सब लोगों को लगाए गए इन पेड़ पौधों की सार सम्भाल कर इन्हें बड़ा पेड़ बनाना है।पेड़ पौधे लगाना तो आसान है , लगाये गये पेड़ पौधों की सार सम्भाल कर इन्हें बड़ा करना बहुत मुश्किल काम है।इसलिए पेड़ पौधे लगाने से ज़्यादा महत्वपूर्ण है, इन्हें पाल पोसकर बड़ा करना। पेड़ो का महत्व समझाने तथा पेड़ पौधों को पालने पर मिलने वाले पुण्य के बारे में बताने पर ग्रामीणों ने वर्षपर्यंत इन पेड़ों की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी ली।
इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिक जगदीश शर्मा (मुनीम),गंगासहाय शर्मा सायपुरा, नानगराम पटेल,गोपाललाल, गिरधारीलाल,ओमप्रकाश,
रोहिताश, अमित कुमार,यज्ञेश कुमार,सन्नी
कानडियावाला,चन्द्रसिंह, शंभु ड्योडाडूँगर,जयराम, रामसहाय,ईश्वरलाल,ओमप्रकाश,हीरालाल मानोता,मुरारीलाल, पन्नालाल,मदनमोहन, चन्द्रमोहन,रामरतन, रामज़ीलाल, राहुल नाडा भावपुरा,कमलेश नायला आदि कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त सैकडो ग्रामीण एवं टीएसएम के अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।