कुचामनसिटी। विमल पारीक सीनियर रिपोर्टर वर्तमान में बेटियों के प्रति समाज में जागृति आई हैं। अब बेटियों को भी बेटों के समान समझा जाने लगा हैं। जो देश व समाज के लिए अभिनव पहल हैं। ऐसा ही बेटा-बेटी समानता का सन्देश कस्बे के कुमावत परिवार ने दिया। जिसमें राजकुमार कुमावत पेन्टर ने अपनी लाडली दर्शना को घोड़ी पर बैठाकर गाजे-बाजे के साथ बिंदोरी निकाली।
परिवारजनों ने बताया कि बिटिया की बिंदोरी निकालने का एक मात्र उद्देश्य समाज में बेटा-बेटी के भेद को मिटाकर समानता का सन्देश देना हैं। बिंदोरी में दर्शना की सहेलियों, भाई बहनों, परिवारजनों सहित रिश्तेदारों ने नाचकर खुशियां मनाई। दर्शना
के पापा राजकुमार ने बताया कि बेटा-बेटी समान हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज में जागृति आती हैं, और बेटा-बेटी समानता के वातावरण का निर्माण होता हैं।