क्या अधिकारी करेंगे सीएम के निर्देश की पालना
जयपुर को मिलेगा जलभराव से मुक्ति
लोक टुडे न्यूज नेटवर्क
जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त पिछले चार दिन से लगातार जयपुर सिटी के जल भराव वाले इलाकों में मौका मुआयना कर रही है। नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर और दोनों निगम के आयुक्त भी लगातार इस बात के फोटो भेज रहे हैं कि वे मौके पर जाकर जल भराव के कारणों की खोज में जुटे हैं। अब तो राज्य के प्रमुख शासन सचिव टी रविकांत भी पूरे जयपुर शहर के अधिकारियों के साथ जलभराव का आंखों देखा हाल देख चुके हैंं। वैसे भी कई सालों से जयपुर में तैनात टी रविकांत जल भराव से कई बार दो-दो हाथ कर चुके होंगे। खुद जेडीए आयुक्त और निगम के आयुक्त और कर्मचारी भी कई बार इससे गुजर चुके होंगे। लेकिन हर वर्ष की भांति इस बार भी अधिकारियों ने कह दिया की जल भराव को जड़ से खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन जयपुर की जनता का कहना है कि ये तो पिछले कई सालों से चल रहा है। जब भी नई सरकार आती है इस तरह की समस्या से दो- चार होती और फिर एक फरमान आता है जयपुर को जल भराव से मुक्ति मिलेगी लेकिन कई साल गुजर गए। कई सरकारें आई और चली गई। बीजेपी- और कांग्रेस दोनों पार्टियों की सरकारें आई और चली गई लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। इसलिए लोगों को अधिकारियों का ये वादा भी हवा- हवाई लग रहा है।
मुख्यमंत्री भजनलाल की गंभीरता पर लोगों को भरोसा
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस बार बरसात आने के साथ ही अधिकारियों को जयपुर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के निर्देश दिए है। इससे लोगों को लग रहा है कि हो सकता है अधिकारी इस काम की कोई दीर्घकालीन योजना बनाकर इस पर काम शुरु कर दे। वरना तो लोगों को भरोसा कम ही है। इसमें अधिकारियों का भी दोष कम ही क्योंकि जब अधिकारी योजना बनाकर देता है और जब सरकार पर उस पर विचार करती है तब तक उसका तबादला दूसरे जिले में हो जाता है। ऐसे में कोई भी योजना सिरे नहीं चढ पाती है। लेकिन इस बार खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है तो लोगों को लग रहा है की इस बार सूबे का मुखिया खुद रुचि ले रहा है तो काम हो सकता है।
मुख्य सचिवि सुधांश पंत रह चुके जिला कलेक्टर, टी रविकांत भी भरोसेमंद, मंजू राजपाल भी है दमदार
माना जा रहा है की राज्य के मुख्या मुख्य सचिव सुधांश पंत खुद लंबे समय तक जयपुर के जिला कलेक्टर रह चुके है। जयपुर जिला कलेक्ट्रेट सर्किल से लेकर गांधी नगर और शासन सचिवालय तक कितने चौराहों पर जल भराव के कारण उन्हें खुद को कई बार ट्रेफिक में फंसना पड़ा होगा। इसलिए इस बार माना जा सकता है कि कोई ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने की योजना सीएम के निर्देश पर बन जाए। प्रमुख शासन सचिव टी रविकांत और जेडीसी मंजू राजपाल को भी अच्छा अधिकारी माना जाता है। इसलिए हो सकता है इस बार ये सब लोग मिलकर जयपुर के ड्रेनेज सिस्टम को ठीक कर दे। लोगों का कहना है कि जब तक इसकी डीपीआर बनकर काम शुरु नहीं हो जाता तब तक कुछ नहीं कह सकते है। जब तक काम नहीं होता तब तक तो सब बातें है बातों का क्या