Home politics बेनिवाल हारयो कौन्या तो, अमरा बकरो बन जासी- मिर्धा

बेनिवाल हारयो कौन्या तो, अमरा बकरो बन जासी- मिर्धा

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जनता बीमार की बातों को गंभीरता से नहीं लेती- हनुमान बेनिवाल

लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

नागौर, खींवसर। ( विशेष संवाददाता) खींवसर विधानसभा सीट पर उप चुनाव होने है और उप चुनाव जीतने के लिए बीजेपी और आरएलपी में सीधी टक्कर है। कांग्रेस यहां समीकरण बिगाड़ने , बनाने की स्थिति में है। अभी तक चुनावों की तारीख तय नहीं है लेकिन नेताओं की बयानबाजी जारी है। बीजेपी की बैठक में डेगाना के पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा ने कहा कि अगर इस बार हनुमान बेनिवाल नहीं हारा तो अमरा बकरा हो जाएगा। उन्होंने ये भी कहा की इस बार बीजेपी में गुटबाजी नहीं हुई तो बेनिवाल का हारना तय है। उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आरएलपी सांसद हनुमान बेनिवाल ने कहा की मिर्धा की तबीयत ठीक नहीं रहती है। वो कुछ भी बोल सकते हैं। दरअसल खींवसर उपचुनाव को लेकर रविवार को लालावास के हनुमान मंदिर बैठक हुई थी। इसमें भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ , प्रदेश प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल और प्रदेश की सह प्रभारी विजया राहटकर भी मौजूद रही।

रिछपाल के बिगड़े बोल

नागौर की राजनीति में पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा अपनी बयानबाजी को लेकर हमेशा चर्चा में रहते है। उनके बयान कई बार सोशल मीडिया पर भी ट्रोल होते है। उनके बात कहने और बात करने का लहजा भी ऐसा है की वो जो भी बोलते है वो ट्रोल जरुर होता है। उन्होंने यहां भी कहा की बकरे को कुंडल पहनाना या नहीं पहनाना जनता का काम है। मिर्धान ने कहा कि अमर बकरा बाजार में और गांव में घुमता है तो कोई उसके कानों में चांदी के कुंडल पहना देता है। कुड़की, कुंडल पहनाना जनता का काम है । कुड़की पहनाना हमारे हाथ में नहीं जनता का काम है। मिर्धा यहीं नहीं रुके वे बोले मैंने लोकसभा चुनावों के समय भी बोला था की कांग्रेस ने आरएलपी से गठबंधन करके बंदरिया के बच्चे को छाती से लगाया है । ये 6 महीने से ज्यादा नहीं टिकेगा। आज हनुमान बेनिवाल कांग्रेस के नेताओँ को गालियां दे रहा है। कभी गोविंद सिंह डोटासरा को तो कभी सचिन पायलट को। ये सिर्फ अपना फायदा देखता है।

बीमार आदमी की बातों पर जनता ध्यान नहीं देती है- बेनिवाल

वहीं आरएलपी के संस्थापक और सांसद हनुमान बेनिवाल ने मिर्धा के बयान पर कहा की जनता सब समझदार है। वैसे भी बीमार आदमी की बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता। कोई बीमार आदमी की बातों को गंभीरता से नहीं लेता, उनकी बातों को गंभीरता से लेने की जरुरत नहीं है। उनकी तबीयत ज्यादा खराब रहने लगी है। वे महिलाओं की मौजूदगी में स्टेज पर ही अशोभनीय भाषा बोल सकते हैं तो कुछ भी बोल सकते हैं। गठबंधन पर कहा की गठबंधन केंद्र में । राजस्थान में नहीं है मैंने किसी भी कांग्रेसी नेता को गाली नहीं दी है। पायलट , डोटासरा दोनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है उनसे मेरी कोई दुश्मनी नहीं है, मित्रवत व्यवहार है।

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