टोकियो। बजरंग पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती में कजाकिस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से पराजित किया। हरियाणा के झज्जर जिले के खुदन गांव में बजरंग का जन्म हुआ। उनके पिता बलवान सिंह भी एक पहलवान थे। लेकिन वे कभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेले। इसलिए बेटे को 7 की उम्र से ही उन्होंने बजरंग को कुश्ती खेलना सिखाना शुरू कर दिया। बजरंग के मेडल जीतने पर उन्होंने कहा कि इस खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। आज मेरे बेटे ने मेरे सपने को पूरा कर दिया।देशभर से बजरंग को शुभकामनाएं दी जा रही है।