दौसा की श्यालावास जेल में मिले 10 मोबाइल ,पेन ड्राइव
जयपुर ,दौसा। ( विशेष संवाददाता लोक टुडे) प्रदेश में भले ही सरकार बदल गई हो, लेकिन बदमाशों के हौसले अभी भी बुलंद है। हालत यह है की बदमाश आम आदमी तो क्या राजस्थान के मुख्यमंत्री को भी धमकी देने से नहीं चुक रहे। ताजा मामला बीती रात का है जब रात जयपुर कमिश्नर रेट के कंट्रोल रूम पर अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को गोली मारने की धमकी दी। फोन काटते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। पुलिस ने नंबरों की डिटेल बंगाली तो मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर जांच शुरू की। इसी बीच सुबह 6:00 बजे आरोपी ने फिर कॉल किया और बोला मैं दोसा जेल से बोल रहा हूं हम सीएम को गोली मारेंगे। उसकी तुरंत सूचना दौसा पुलिस को दी गई । वहां से टीम जेल पहुंची और जेल प्रशासन के सहयोग से आरोपी को चिन्हित किया गया । पुलिस ने आरोपी से मोबाइल बरामद कर लिया है। दूसरी और जेल प्रशासन में कार्यवाहक जेल अधीक्षक कैलाश दरोगा, जेलर बिहारी लाल और मुख्य प्रहरी अवधेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है। जेलर व अधीक्षक के लिए डीजी जेल राजेश निर्माण व मुख्य प्रहरी के लिए डीआईजी मोनिका अग्रवाल ने आदेश जारी कर दिया है।
जेल से चलता है फिरौती मांगने और डराने का खुला खेल
मजे की बात यह है कि दौसा के श्यालावास जेल में सुबह पुलिस ने जब सर्च ऑपरेशन चलाया तो 10 मोबाइल, पेन ड्राइव, चार्जर सहित अन्य आपत्तिजनक सामान मिले। जबकि यहां गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का भाई रुपिंदर पाल सिंह सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्याकांड के आरोपी नितिन फौजी ,,सुमित यादव और जयपुर पुलिस पर हमला करने वाले जितेंद्र सिंह सहित एक दर्जन से ज्यादा खूंखार अपराधी बंद है । ऐसे में जेल से मोबाइल, पेन ड्राइव सहित कई आपत्तिजनक सामग्री मिलने से जेल प्रशासन की भूमिका पर संदेश गहरा गया है, कि बगैर जैल प्रशासन की मिली भगत के इतनी बड़ी गड़बड़ी नहीं हो सकती है। आईजी अनिल टांक ने दोसा एसपी रंजीत शर्मा को पूरे मामले की मॉनिटरिंग के लिए लगाया है । पुलिस कमिश्नर बिजू जोसफ ने बताया कि कंट्रोल रूम ड्यूटी अफसर की तरफ से विधायक पुरी थाने में केस दर्ज कर दिया गया है। आरोपी को मंगलवार को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ करेंगे। जेल में मोबाइल रखने पर आरोपी के खिलाफ दौसा पुलिस ने भी मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच कर रहे कैलाश बिश्नोई ने बताया कि चिन्हित किया गया आरोपी निमा उर्फ साजन दार्जिलिंग का रहने वाला है। जो लंबे समय से श्याम नगर में रहता था इस पर 2016 में नाबालिक से दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ है ।तब से आरोपी जेल में बंद है। उक्त प्रकरण में कोर्ट ने आरोपी को वर्ष 2019 में 10 साल की सजा सुनाई थी। 4 अप्रैल को डिजी के आदेश पर आरोपी को जयपुर जेल से दौसा जेल में शिफ्ट किया गया था।
6 महीने में ही मुख्यमंत्री को दो बार जान जा से मारने की धमकी
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को पिछले 6 महीने में जेल से दो बार जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है। जनवरी में जयपुर सेंट्रल जेल से एक बंद कैदी ने कंट्रोल रूम में फोन करके सीएम को जान से मारने की धमकी दी थी, तब पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए आरोपी को पकड़ लिया था। अब दूसरी बार दौसा के श्यालावास जेल में बंद कैदी ने फोन करके जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में मुख्यमंत्री को गोली मारने की धमकी दी है। इस मामले को इतने हल्के में लेना ठीक नहीं है। इससे साफ जाहिर है कि बदमाशों के हौसले बुलंद है और उन्हें कानून का कोई डर नहीं है। जेलों में जो खेल चल रहा है वह खुलेआम चल रहा है, जेल में इन्हें जो जेल अधीक्षक है, प्रभारी है, प्रहरी है, तमाम लोग जो है मिली भगत करके बदमाशों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराता है, जिससे कि वह फिरोती मांगने का, लोगों को धमकाने का, डराने का काम करते हैं। ऐसे में सरकार को जेल प्रशासन और जेल प्रहरी और जेल अधीक्षकों के खिलाफ भी कठोर रुख अपनाना पड़ेगा। जिससे अपराधियों को जेल में उनके मन माफिक सुविधा नहीं मिल सके। फिलहाल इस घटना के बाद पुलिस सक्रिय है। आज आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर जयपुर लाया गया है और उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा पूछताछ की जाएगी।