जयपुर । खबर दूदू इलाके से हैं जहां दूदू कस्बे में नरेना रोड के पास मीणों के मोहल्ले में रहने वाली तीन सगी बहनों और दो बच्चों के शव कुएं से बरामद कर लिए हैं। दरअसल शनिवार सुबह जयपुर के दूदू में 3 महिलाओं व दो बच्चों के शव मिलने की जानकारी पुलिस को मिली थी। गांव वालों ने पुलिस को बताया कि कुएं में मिले सभी शवों का संबंध दूदू से ही है। इनमें तीन सगी बहने और दो उनके बच्चे हैं। गांव वालों की सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस ने पांचों के शवों को कुएं से बाहर निकाल लिया। लोगों का कहना है कि तीनों बहनों ने बच्चों को मार कर सामूहिक सुसाइड कर लिया । आखिर सामूहिक आत्महत्या क्यों की। इसकी जानकारी किसी को नहीं है । पुलिस की प्रारंभिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इसका खुलासा हो सकेगा। फिलहाल पुलिस तो इसे हल्के में ले रही हैं। लेकिन कोई एक साथ आत्महत्या जैसा कदम ऐसे ही नहीं उठाता है, ऐसे में इस मामले को पुलिस का हल्के में लेना गलत बात है। क्योंकि एक साथ तीन बहनों ने दो बच्चों सहित आत्महत्या की है। इनमें से दो बहने गर्भवती भी बताई जा रही है, ऐसे में 7 लोगों की मौत कोई मामूली बात नहीं है। पुलिस को इन तीनों बहनों की और दोनों बच्चों की मौत की जांच गंभीरता से करनी चाहिए। जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
दो दिन पूर्व परिजनों ने कराया था मुकदमा दर्ज…
दूदू पुलिस थाने पर 2 दिन पहले ही काली देवी (27) ममता मीणा (23) कमलेश मीणा (20) की दो दिन से एक घर से गायब होने की रिपोर्ट लिखाई गई थी । बताया गया था 4 साल का बेटा और दूसरा 20 दिन का बच्चा भी गायब है। यह सभी 25 मई को बाजार जाने की कहकर घर से निकले थे । शाम तक नहीं लौटे तो परिवार ने तलाश शुरू की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।
कस्बे में महिलाओं के लगाए पोस्टर
पूरे कस्बे में इनके गायब होने के बाद पोस्टर भी बांटे गए। उनके परिवार के लोगों ने तलाशी के दौरान पुलिस को सूचित किया कि एक कुएं में सभी के शव तैर रहे हैं। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को बाहर निकलवाया। परिजनों ने बताया कि तीनों बहिनें हैं, और तीनों का विवाह भी एक ही परिवार में हुआ है। महिलाओं के पति खेती- बाड़ी करते है और जेसीबी आदि चलाने का काम भी करते हैं। घटना के बाद से दोनों ही परिवारों में कोहराम मच गया। एक घर की बेटियां चली गई, तो दूसरे घर की बहूएं और पोते भी। महिलाओं के पक्ष की ओर से दर्ज रिपोर्ट के आधार पर पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है । इस मामले को पुलिस के द्वारा सामान्य आत्महत्या के तौर पर नहीं लेना चाहिए। क्योंकि एक साथ पांच लोगों की मौत हुई है। कोई भी व्यक्ति आत्महत्या जैसा कदम ऐसे ही नहीं उठाता है। इसलिए इसकी तह में जाना होगा जिससे इस हादसे के असली गुनाहगारों तक पहुंचा जा सके।