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गहलोत ने ही ऑडियो क्लिप दिए, मैंने मीडिया संस्थानों को भेजें, लोकेश शर्मा

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पायलट सहित 18 विधायकों के फोन भी टेप कार

जयपुर । राजस्थान में दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है और इसे एक दिन पहले ही राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रह चुके लोकेश शर्मा ने एक बार फिर बड़ा खुलासा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कई आरोप लगाए। लोकेश शर्मा ने कहा कि उन्हें ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेन ड्राइव में फोन टैपिंग के तीन के क्लिप दिए थे यह वीडियो किसी भी सोशल मीडिया से नहीं मिले थे, गहलोत ने कहा था कि इसे मीडिया तक पहुंचा दो, एक ऑडियो में भाजपा पर कांग्रेस विधायकों की खरीद की बात भी कही गई थी। उन्होंने ही 2020 में ऑडियो मीडिया में वायरल किए थे। लोकेश शर्मा ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में यह खुलासा किया। लोकेश शर्मा ने कहा कि मानेसर में बाड़ेबंदी में सचिन पायलट और उनके सभी साथी 18 विधायकों के बीच फोन सर्विलांस पर थे । गहलोत कुर्सी बचाने के लिए सचिन पायलट व उनके खिलाफ जनता में ओपिनियन बनाना चाहते थे कि यह लोग सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं और वह उसमें कामयाबी हुए।

फोन टैपिंग में सीएमओ के अधिकारी पुलिस अधिकारी शामिल

लोकेश शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि फोन टैपिंग के मामले में सीएमओ में उस समय की कार्यकर्ता अफसर डीजीपी गृह विभाग के अफसर व गहलोत की मिलीभगती और इन सब लोगों को पता था कि फॉर्म टाइप कर जा रहे हैं पायलट बनने के फोन सर्विलांस पर रखे गए और टेप किए गए थे लोकेश शर्मा ने कहा की जरूरत के कहने पर ही केंद्रीय जल संसाधन मंत्री वीरेंद्र सिंह शेखावत की छवि खराब करने के लिए संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी का मुद्दा उठाया गया संजीवनी से जुड़े लोगों को सीएम हाउस बुलाया गया उनके वीडियो रिकॉर्ड किए गए रेट मामले में भी पेपर लीक करने में गैरों सरकार के सिस्टम की मिली भगत हो सकती है क्योंकि जरौली को मुख्यमंत्री अपना आदमी बता देते

गहलोत की खुद से बातचीत की रिकॉर्डिंग भी सुनाएं

गहलोत के फोन की रिकॉर्डिंग भी सुनाएं इस दौरान फोन टैपिंग ऑडियो को जिस मोबाइल से मीडिया को भेजा गया उसे नष्ट करने और लैपटॉप से कॉपी किया उसे जमा करने के लिए कहा गया ।लोकेश ने बताया कि गहलोत ने दो बार फोन करके पूछा की खबरें क्यों नहीं आई ,हैंडसेट डिस्ट्रॉय किया गया या नहीं ?लोकेश ने कहा की रीट लेवल 2 का पेपर लीक हो चुका था । माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डीपी जरौली इसमें शामिल रहे हैं ।उसको बचाना चाहती थी अगर रीड लेवल 2 के पेपर लीक की खबरें लगातार मीडिया में प्रकाशित नहीं होती और विपक्ष मुद्रा नहीं बनता तो उस पेपर को भी लीक नहीं माना जाता। क्योंकि सरकार अपने को बचाने के लिए लगातार जरूरी बचाव कर रही थी। आरपीएससी का भी बचाव कर रही थी। यदि भाजपा के लोग इस बारे में मेरे से संपर्क करें,गे सबूत मांगेंगे तो मैं जरूर दूंगा । एसीबी या एसओजी भी इस मामले में मेरे से मदद लेगी तो मैं सच्चाई सामने रहूंगा। सबसे खास बात है कि लोकेश शर्मा की मुख्यमंत्री का ओएसडी बनने से पहले कोई पहचान नहीं थी। मुख्यमंत्री गहलोत ने हीं पहले उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ता होने के नाते पहले सोशल मीडिया संभालने की जिम्मेदारी दी ,वो मुख्यमंत्री बने तो कुछ मीडिया के साथियों के कहने पर उन्हें विशेषाधिकार बनाया। लोकेश शर्मा की रघु शर्मा, महेश शर्मा ,महेश जोशी सहित कई मंत्री से नहीं बनती थी ।ँविधानसभा चुनाव में लोकेश शर्मा ने पहले भीलवाड़ा से टिकट मांगा ,फिर बीकानेर से टिकट मांगा ?लेकिन क्योंकि सर्वे में कहीं भी उनका नाम नहीं था । सोशल मीडिया के दम पर हो विधायक का टिकट मांग रहे थे ,जैसे ही विधानसभा चुनाव परिणाम आए , लोकेश शर्मा ने बगावती तेवर अपना लिए और उसके बाद से लगातार आरोप लगा रहे हैं । लोकेश शर्मा का कहना है कि मुझे लोग बार-बार पूछते हैं कि फोन टाइप की क्लिप कहां से आई थी, मैं लोगों जवाब देते थक गया हूं । दिल्ली में भी पूछताछ हुई है, ऐसे मुझे लगा कि अब मुझे यह बात सबको सार्वजनिक रूप से बता देना चाहिए की क्लिप कहां से आई है । अशोक गहलोत तो अब मुझसे बात तक नहीं करते। जब तक साथ में थे तो मैं लड़ता रहा। लेकिन अब कहां जाऊं अब मेरा संयम टूट गया तो खुलासा करना पड़ा। मैं और मेरा परिवार परेशान हो गया है । मैं अकेले दिल्ली का चक्कर लगा रहा हूं। 8 मई को कोई फिर पेशी है। सुबह 8:00 से रात 8:00 बजे तक वहां रहना होगा ।अशोक गहलोत के साथ रहते हुए लोकेश शर्मा ने होशियारी दिखाई और उनके साथ में होने वाली बातचीत को भी उन्होंने रिकॉर्ड किया। इस पर उनका कहना था कि अगर मेरे पास सबूत नहीं होता तो मैं आज दुनिया को क्या दिखाता। लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता और निर्दोष बेरोजगारों का हक कैसे मारा गया। उसके सबूत कहां से रहते मैं वह अभिमन्यु नहीं बनना चाहता, विरोधियों के चक्रियों में चक्रव्यूह में फस गया था में फस गया मैंने तो इतना सीखा की चक्रव्यूह में फसाने की बजे बाहर कैसे निकाला जाए और आज यही सब उत सबूत मुझे बचाने का काम करेंगे।

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