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कानोता डैम में पैर फिसलने से पांच दोस्तों की मौत,4 के शव निकाले बाहर

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लोक टुडे न्यूज नेटवर्क

बस्सी , जयपुर।( महेश शर्मा संवाददाता)
जयपुर के कानोता बांध में डूबने से पांच दोस्तों की मौत हो गई ।इनमें से एसडीआरएफ की टीम ने चार युवकों के शवों को बाहर निकाल लिया है, जबकि पांचवें युवक का शव अभी नहीं मिला है।

एसडीआरएफ टीम का रेस्क्यू जारी है। पुलिस ने बताया कि पांचो दोस्त झोटवाड़ा और नाहरिका नाका शास्त्री नगर के रहने वाले हैं जो घूमने के लिए कानोता बांध गए थे। सभी दोस्त वहां जाने के बाद बांध में नहाने लग गए जबकि उनमें से तैरना किसी को नहीं आता था। अचानक एक के बाद एक करके 6 युवक गहरे पानी में डूबने लगा गए उनमें से एक युवक मामूली सा तैरना जानता था जो बचकर निकल गया उसी ने आकर सबको इस बारे में बताया हालांकि बांध के बाहर खड़े लोगों ने उनका वीडियो भी बना लिया। थोड़ी देर सभी लोगों ने पानी से निकलने की कोशिश भी की लेकिन तैरना नहीं जानने के कारण वह और गहरे पानी में डूबते गए और कुछ ही देर बाद आंखों से ओझल हो गए। लोगों की सूचना पर पुलिस और टीआरएफ टीम पहुंची उन्होंने रस की अभियान चलाया रात 12:30 बजे तक चार युवकों के शवों को बाहर निकाला जा चुका था एक अन्य युवक के शव की तलाश जारी है।

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बस्सी के एसीपी मुकेश चौधरी ने बताया कि सगर की टीम ने जिन युवकों के समूह को बाहर निकाला है उनमें हर्ष नागौरा उम्र 20 वर्ष ,अजय माहोर उम्र 22 , हरकेश मीना उम्र 24 वर्ष , विवेक माहोर उम्र 22 वर्ष युवक के शवों को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल भेजा गया है। इनमें से तीन युवक शास्त्री नगर के रहने वाले हैं एक दादी के फाटक का और एक नई की खड़ी करने वाला है पांचवें युवक की तलाश जारी है एसडीआर एफ और पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है जो लगातार तलाश में जुटी ह
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कानोता बांध को बने हुए 24 साल हो गए 24 साल में यह दूसरी बार है जब बांध पर चादर चली है ।सबसे बड़ी बात है कि बांध पर सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है। ऐसे में फिसलने और डूबने का डर लगातार बना रहता है। थोड़ी सी चूक से कोई भी आदमी बांध के गहरे पानी में डूब सकता है। ऐसे में प्रशासन को वहां पर बांध के ऊपर जाने से लोगों को प्रतिबंध कर देना चाहिए जिससे कि इस तरह के हादसे नहीं हो। म

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